October 5, 2024
COMPUTER ME CMOS KYA HOTA HAI

NMOS क्या है? CMOS KYA HOTA HAI? Computer में CMOS का मतलब क्या है? PMOS क्या है

CMOS KYA HOTA HAI: दोस्तों, आज एक बार फिर आपके लिए हम एक नई जानकारी लेकर आए हैं। CMOS क्या होता है। यह सवाल कंप्यूटर से जुड़े स्टूडेंट बहुत पूछते हैं। अगर आप भी इसके बारे में सबकुछ जानना चाहते हैं तो फिर आप बिल्कुल सही जगह पर हैं। यहां आपको इस आर्टिकल के बारे में हम सारी जानकारी देने जा रहे हैं। तो चलिए बिना किसी देरी के शुरू करते हैं। आर्टिकल अच्छा लगे तो शेयर कर दीजिएगा प्लीज। चलिए शुरू करते हैं।

दोस्तों, सबसे पहले तो इतना जान लीजिए कि यह एक तरह की मिमोरी चीप ही है। कंप्यूटर के मदरबोर्ड ( motherboard ) पर यह लगाई जाती है। आपको यह जानकारी दे दें कि यह बैटरी की मदद से चलती है। Intergrated Circuit को लेकर जब भी आप कोई जानकारी जुटाने की कोशिश करेंगे तो यह CMOS के बिना जान लीजिए कि अधूरी है। नीचे हम बताएंगे आपको कि कैसे? तो चलिए सबसे पहले जानिए कि आखिर CMOS क्या होता है।

COMPUTER ME CMOS KYA HOTA HAI

CMOS क्या है हिंदी में | CMOS KYA HOTA HAI

CMOS के बारे में जानने से पहले इसका फुलफॉर्म जान लीजिए। यह होता है Complementary Metal Oxide Semiconductor। मतलब साफ है कि यह सेमीकंडक्टर का हिस्सा है जिसे मेमोरी Chip भी कहते हैं। यह motherboard पर ही लगी होती है इसलिए इसका महत्व भी अधिक है। जिस बैटरी से यह चलता है उसे CMOS Cell कहते हैं। इस बारे में बहुत कम लोग जानते हैं।

CMOS दरअसल, बहुत ही पुराना टर्म है और चिप इंडस्ट्री में इसके नाम का यूज खूब होता है। Integrated Circuits के रूप आज बाजार में इसके इतने एप्लीकेशंस आ चुके हैं कि उसे गिनाना संभव नहीं है। हां, इतना जान लीजिए कि computer memories, CPUs हो या फिर cell phones हों आज इसस तकनीक का इस्तेमाल कर इन्हें आधुनिक बनाया जा रहा है। इस तकनीक की खासियत यह भी है कि इसमें semiconductor devices के दोनों चैनेल यानी P channel और N channel दोनों का ही इस्तेमाल होता है और इससे चीजें आसान और मॉडर्न हो जाती हैं।

आजकल बाजार में इसे लेकर एक और शानदार तकनीक सामने आई है और इसका नाम है MOSFET technologies। कंप्यूटर से जुड़े लोग इसके बारे में खूब बात करते हैं। RAM, ROM, EEPROM की बात करें तो वहां भी यही तकनीक यूज होती है।

CMOS की खासियत क्या होती है

इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि high noise immunity जो आपको कहीं और नहीं मिलेगी। कंप्यूटर की दुनिया में यह तकनीक सिर्फ और सिर्फ यहीं है। दूसरी खासियत है low static power consumption कि जो कि फिर से कहीं और नहीं मिलेगा।

आज के सभी मॉडर्न इंटीग्रेटेड सर्किट में इसी वजह से इसी तकनीक का इस्तेमाल हो रहा है।  NMOS और Bipolar तकनीक की तुलना में CMOS अधिक आसान और मॉडर्न तकनीक है। अगर आप इसका इस्तेमाल करते हैं तो कहीं न कहीं आप कुछ बेहत करेंगे जबकि वहीं अगर आप NMOS और Bipolar पर निर्भर रहते हैं तो आपके लिए चीजें कठिन हो जाती हैं।

NMOS क्या होता है अब यह जान लीजिए

NMOS में अधिकतर carriers electrons होते हैं और यही कारण है कि यह तकनीक भी खूब इस्तेमाल होती है। हाई वोल्टेड अप्लाई करने पर gate में NMOS conduct करने लगता है और फिर यह तकनीक काम करती है। इतना जान लीजिए कि NMOS को ज्यादा तेज माना जाता है क्योंकि यह तकनीक फास्ट है और अधिक फायदेमंद है। PMOS की तुलना में यह अधिक फास्ट है।

PMOS क्या होता है

PMOS का फुलफॉर्म होता है, P type metal oxide semiconductor यानी आप समझ ही गए होंगे कि इसमें पी टाइप का यूज होता है। इसमें जो सबसे अधिक carriers होते हैं वे हैं holes। जब कभी हम हाई वोल्टेज apply करते हैं गेट में तब PMOS conduct करने लगता है. वहीँ जब एक low voltage apply किया जाता है gate में, तब PMOS conduct करने लगता है. वैसे ये तकनीक अप्लाई हो जाती है।

CMOS की खोज किसने की थी?

दोस्तों, अमेरिकी इलेक्ट्रिक इंजीनियर Frank Wanlass ने CMOS की खोज की और इसी खोज से वे दुनियाभर में मशहूर हो गए थे। 1963 में उन्होंने इसकी खोज की थी। उनके इस खोज ने कंप्यूटर की दुनिया में एक क्रांति ला दी थी और इस कारण से कंप्यूटर की जानकारी भी स्टूडेंट्स के लिए आसान हुई और यह तकनीक भी आधुनिक हुई।

CMOS और BIOS में अंतर क्या क्या है

CMOS जहां एक मेमोरी चिप होने के साथ-साथ कंप्यूटर के हार्डवेयर का भी हिस्सा है जो कि मदरबोर्ड के आगे लगा होतो है, वहीं, BIOS सिर्फ और सिर्फ एक सिस्टम सॉफ्टवेयर है, जो खुद cmos के अंदर इंस्टॉल हुआ पड़ा रहता है। इसके अलावा यह एक Volatile चिप के रूप में जहां हम CMOS को जानते हैं वहीं BIOS को एक Non-volatile मेमोरी के रूप में पहचाना जाता है।

इसी तरह से जहां CMOS के अंदर BIOS की सेटिंग स्टोर हुई होती है वहीं BIOS के भीतर बूटिंग प्रोसेस का प्रोग्राम ही होता है। इसी तरह से CMOS चिप है और इसे अपग्रेड और अपडेट नहीं कर सकते जबकि BIOS को आसानी से हम अपडेट भी करेंगे और अपग्रेड भी कर देंगे।

CMOS बैटरी क्या होता है

CMOS हमेशा बैटरी से ही चलता है। यह हमने आपको ऊपर ही बताया। आपको यह बता दें कि इसके लिए हमेशा ही CR2032 cell बैटरी का ही इस्तेमाल होता है और इसी से इसे पावर देने का काम होता है। इसी बैटरी को ही हम लोग अक्सर कंप्यूटर की भाषा में CMOS बैटरी भी बोलते हैं।

कुछ स्टूडेंट जानना चाहते हैं कि क्या यह बैटरी हमेशा यानी लाइफटाइम होती है तो जवाब है जी हां। ज्यादातर केस में यह बैटरी लाइफटाइम होती है और कभी भी खाराब नहीं होती है। हालांकि कभी कभी सिस्टम में अगर कोई दिक्कत आ जाए तो इसे रिप्लेस भी करना पड़ सकता है लेकिन फिर भी 10 साल से कम तो यह बैटरी नहीं ही चलेगी। यानी 10 साल तक आपको कोई टेंशन नहीं है।

बैटरी के डेड होने के साइन भी आपको पता चलने लगते हैं। जैसे कि अगर डेट वगैरह सिस्टम में गलत बताने लगे या फिर सिस्टम स्लो होने लगे तो इसके पीछे एक कारण यह भी होता है कि यह बैटरी अब डेड हो गई या फिर होने वाली है। इसे चाहें तो रिप्लेस कर दें या फिर कुछ जगह इसे ठीक भी किया जाता है।

CMOS का उपयोग कहां कहां होता है

  • कंप्यूटर मेमोरीज या फिर सीपीयू में
  • माइक्रोप्रोसेसर डिजाइन के लिए
  • फ्लैश मेमोरी चीप डिजाइन के लिए
  •  application specific integrated circuits के डिजाइन के लिए भी इस्तेमाल होता है।

CMOS के फायदे हिंदी में

  • बहुत ही कम बिजली खपत
  • सर्किट की बोझिलता को खत्म करता है
  • इस चिप में हाई डेंसिटी ऑफ़ लॉजिक फंक्शन्स का फायदा है।
  •  High noise immunity के कारण यह तकनीक सबसे बेहतर है क्योंकि यह कहीं और नहीं मिलता है।

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