रक्षा बन्धन( श्रावण शुक्ल पूर्णिमा) कब मनाते है और क्यों मनाई जाती है
यह पर्व दो त्यौहारों का अनूठा समन्वय है। (१) रक्षा बन्धन (२) श्रावण-कर्म । इन दोनों का अलग-अलग वर्णन इस प्रकार (१) रक्षा-बन्धन -श्रावण शुक्ला पूर्णिमा से दो दिन पूर्व…
यह पर्व दो त्यौहारों का अनूठा समन्वय है। (१) रक्षा बन्धन (२) श्रावण-कर्म । इन दोनों का अलग-अलग वर्णन इस प्रकार (१) रक्षा-बन्धन -श्रावण शुक्ला पूर्णिमा से दो दिन पूर्व…
शास्त्रों में मतैक्य न होने पर भी चैत्र शुक्ला पूर्णिमा को हनुमान जी का जन्मदिवस मनाया जाता है। इस पुण्यतिथि को माता अंजना के गर्भ से पवनसुत हनुमान जी का…
गुरुवार कहिए या बृहस्पतिवार दोनों एक ही है। guruvar vrat katha ya brihaspativar vrat katha का अपना विशेष महत्व है। यह इसलिए भी कि यह भगवान विष्णु का व्रत है।…
बुधवार के व्रत (budhwar vrat) का शास्त्रों में बहुत ही बड़ा महत्व है। इस दिन मां बुद्धादेवी का पूजन महिलाएं करती हैं। भगवान गणेश (ganesh bhagwan) को प्रसन्न करने के…
महालया आश्विन कृष्ण प्रतिपदा से आरम्भ होकर अमावस्या को पूर्ण होता है। इसे ‘पितृ पक्ष’ भी कहते हैं। इस पक्ष में मृतक पूर्वजों का श्राद्ध किया जाता है। श्राद्ध करने…
प्यार का मतलब: एक समझ, एक भावना, और एक संबंध प्यार, जीवन का एक महत्वपूर्ण और गहरा अनुभव है। इसकी भावना कई तरह से व्यक्त की जाती है, और यह…
कोलेस्ट्रॉल एक विशेष प्रकार का वसा है जो हमारे शरीर में मौजूद होता है और विभिन्न कार्यों के लिए आवश्यक होता है। यह आमतौर पर हमारी खाद्य पदार्थों से प्राप्त…
आधुनिक जीवनशैली और अनियमित आहार के कारण आजकल अल्सर जैसी बीमारियों का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। अल्सर एक ऐसी समस्या है जो पेट की दीवार की स्लाइन लाइन के…