Category: व्रत कथा

संक्रान्ति व्रत क्यों करना चाहिए ?

जिस समय सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है उस समय को ‘संक्रान्ति’ कहते हैं। किसी भी संक्रान्ति का जिस दिन संक्रमण हो उस दिन प्रातःकाल स्नानादि…

सूर्य षष्ठी (भाद्रपद शुक्ल षष्ठी)

प्रायः प्रत्येक महीने के शुक्ल पक्ष में सप्तमी युक्त षष्ठी को भगवान सूर्य का व्रत किया जाता है। इसलिए महीने के अधिपति का रूप और नाम में परिवर्तन होता है।…

आखिर क्यों मनाते है मकर-संक्रान्ति (माघ कृष्ण प्रतिपदा)

जितने लम्बे समय में पृथ्वी सूर्य के चारों ओर एक चक्र लगाती है, उसे ‘सौर वर्ष’ कहते हैं। पृथ्वी का गोलाई में सूर्य के चारों ओर घूमना ‘क्रान्ति चक्र’ कहलाता…

आमला नवमी (इच्छा नवमी) (कार्तिक शुक्ल नवमी) क्या होता है | आमला नवमी क्यों मनाते है

इस व्रत के करने से व्रत, पूजा-तर्पण, आदि का फल अक्षय हो जाता है। इसलिए इसे ‘अक्षय नवमी’ भी कहते हैं। इस दिन गाय पृथ्वी, स्वर्ण तथा वस्त्राभूषणादि का देने…

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तुलसी एकादशी (कार्तिक कृष्ण एकादशी) कब और कैसे मनाते है

तुलसी नामक पौधे की महिमा वैद्यक ग्रंथों के साथ-साथ धर्मशास्त्रों में भी काफी गाई गई है। शास्त्रों में तुलसी को विष्णु प्रिया भी माना गया है। इस विषय में एक…

tisua somwar

तिसुआ सोमवार (चैत्र-सोमवार)किसे कहते है | तिसुआ सोमवार कैसे मनाते है

चैत्रमास के चारों सोमवार ‘तिसुआ सोमवार’ कहलाते हैं। इन सोमवारों को जगदीश जी के पट तथा बेतों की पूजा होती है। इन सोमवारों का व्रत-पूजन वही लोग करते हैं जिन्होंने…

गोवत्स द्वादशी (भाद्रपद कृष्णा द्वादशी, कार्तिक कृष्ण द्वादशी)

इसे गोवत्स द्वादशी भी कहते हैं। इस दिन के लिए मूँग, मोठ तथा बाजरा अंकुरित करके मध्याह्न के समय बछड़े को सजाने का विशेष विधान है। व्रत करने वाले व्यक्ति…

शीतलाष्टमी

शीतलाष्टमी (चैत्र कृष्ण अष्टमी) कब मनाया जाता है।

शीतला महामारी की अधिष्ठात्री देवी मानी जाती हैं। भारत में चेचक (शीतला) का प्रकोप बड़े वेग से होता है। बचने के अनेक साधनों के होते हुए भी बहुत पहले से…