October 5, 2024
vrat me namak kyu nahi khate

सोमवार के व्रत में क्या नमक खाया जाता है? उपवास में कौन सा नमक खाया जाता है? vrat me namak kyu nahi khate

vrat me namak kyu nahi khate 2022: अक्सर आपने सुना होगा कि लोग कहते हैं कि व्रत रखे हो तो ध्यान रखना कहीं गलती से भी नमक मत खा लेना। जब लोग ऐसा कहते हैं तो दिमाग में कई सवाल आते हैं। पहला सवाल- नमक खाने से व्रत टूटता है क्या? दूसरा सवाल- vrat me namak kyu nahi khate 2022 यानी व्रत में नमक क्यों नहीं खाते? इस आर्टिकल में हम आपको इन सभी सवालों के जवाब देने जा रहे हैं। यहां हम आपको यह भी बताएंगे कि सोमवार के व्रत में नमक खाना चाहिए या नहीं? व्रत में कौन सा मनक खाते हैं? एकादशी व्रत में नमक खाना चाहिए या नहीं? तो चलिए शुरू करते हैं।

दोस्तों, किसी भी व्रत में अगर आप सफेद नमक खा लेंगे तो वह व्रत टूट जाएगा। सफेद नमक यानी रोज घरों में यूज होने वाला टाटा नमक। अगर आप इसका प्रयोग व्रत में करेंगे तो फिर आप अशुद्ध मान लिए जाएंगे और व्रत टूट जाएगा। इसके पीछे भी एक बड़ा कारण है कि व्रत में सफेद नमक क्यों नहीं खाते हैं? नीचे हम इसका भी जवाब देंगे। लेकिन पहले इतना जान लीजिए कि कोई भी व्रत करें तो घर में यूज होने वाला नमक बिल्कुल नहीं खाएं।

कुछ व्रत तो ऐसे होते हैं जिसमें कोई नमक नहीं खाते हैं। हां, कुछ व्रतों में छूट होती है कि आप नमक का इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन फलाहारी नमक का जिसे सेंधा नमक भी कहते हैं। नीचे हम सेंधा नमक के बारे में भी बताएंगे कि आखिर व्रत में सेंधा नमक ही क्यों खाते हैं? सेंधा नमक की खासियत क्या है? तो चलिए सबसे पहले आपको बताते हैं कि vrat me namak kyu nahi khate.

व्रत में नमक क्यों नहीं खाते  vrat me namak kyu nahi khate

घर में यूज होने वाला सफेद नमक केमिकल से निर्मित होता है और यह कृत्रिम नमक है। इसलिए यह व्रत के लिए अशुद्ध माना जाता है। व्रत के दिन आपको हल्का भोजन करना चाहिए। चूंकि सफेद नमक भारी प्रवृत्ति का होता है और उसे खाने पर और अधिक खाने का मन करने लगता है। ऐसे में भोजन भारी हो जाएगा। इसलिए भी सफेद नमक नहीं खाया जाता है। जबकि सेंधा नमक प्राकृतिक होता है और स्वास्थ्य के लिए काफी उपयोगी होता है। ऐसे में उसे व्रत में लेने पर आप हल्का बने रहते हैं और अंदर से वह आपको ठंडक प्रदान करता है।

यही वजह कि आपको व्रत में सफेद नमक खाने से रोक दिया जाता है। व्रत पवित्र चीज है और उसमें प्राकृतिक चीजों का ही सेवन करना चाहिए। जैसे फलों का सेवन लोग करते हैं। वह प्राकृतिक है मानव निर्मित नहीं। लेकिन सफेद नमक कृत्रिम नमक है। उसकी जगह सेंधा नमक ले सकते हैं जो कि प्राकृतिक और आयुर्वेदिक नमक माना जाता है।

व्रत में नमक खाने से आपको बहुत सारा नुकसान होता है। शरीर को तो कष्ट पहुंचता ही कहा जाता है कि भगवान भी कुपित हो जाते हैं. अगर आप सफेद नमक यानी घरेलू नमक खाकर भगवान का व्रत रखेंगे तो आपकी कोई भी मनोकामना पूरी नहीं होगी। बल्कि आपके घर की संपत्ति नष्ट हो जाएगी और आप गरीब हो जाएंगे। कई बार आपको कुछ बड़ा झटका भी लग सकता है।

इसलिए व्रत में भूलकर भी घर के सफेद नमक का इस्तेमाल ना करें। बहुत जरूरी है नमक खाना तो सेंधा नमक खाएं लेकिन सफेद नमक भूलकर भी नहीं खाना है। व्रत में उसे कहीं छिपाकर रख दें तो अच्छा रहेगा।

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सोमवार के व्रत में क्या नमक खाया जाता है  vrat me namak kyu nahi khate

सोमवार का व्रत भगवान भोले भंडारी यानी शिव का व्रत है। उन्हें सबसे भोला मानते हैं इसलिए उनका व्रत निर्जला करने की जरूरत नहीं है। उसमें आप नमक खा सकते हैं लेकिन फिर वही शर्त की सफेद नमक नहीं। सेंधा नमक खाइए। भगवान शिव का व्रत रख रहे हैं तो एक समय यानी शाम के समय सेंधा नमक से बना भोजन कर लीजिए भगवान खुश रहेंगे।

दरअसल, भोले भंडारी मानते है कि पहले आत्मा फिर परमात्मा। यानी आप खुद को कष्ट देकर उनका व्रत मत कीजिए। भूख लगी है तो खाइए। जब तक आपको भूख लगेगी आप मन से पूजा कर ही नहीं पाएंगे और ना ही मन से व्रत रह पाएंगे यह शिवजी को अच्छा नहीं लगता है।

इसलिए कहा जाता है कि सावन के सोमवार में भी अगर आप व्रत रख रहे हैं तो एक समय भोजन जरूर करिए। दिन भर फलाहार करिए और शाम के समय सेंधा नमक के साथ भोजन करिए। शिवजी का व्रत कभी भी पूरा निर्जला रहकर या पूरा व्रत रहकर करने की जरूरत नहीं है। हां, तीज इसमें एक अपवाद है। चूंकि तीज में शिवजी के साथ मां पार्वती का भी व्रत होता है इसलिए वहां निर्जला रहने का प्रावधान है। vrat me namak kyu nahi khate के तहत चलिए अब जानते हैं कि व्रत में कौन सा नमक खाएं।

व्रत में कौन सा नमक खाया जाता है  vrat me namak kyu nahi khate

व्रत में सेंधा नमक का यूज किया जाता है। कुछ लोग होते हैं जो कहते हैं कि व्रत में आप काला नमक या फिर पिंक सॉल्ट का प्रयोग कर सकते हैं। बिल्कुल गलत। भूलकर भी व्रत में काला नमक मत खाइए। ऐसे लोग चाहते हैं कि आप बर्बाद हो जाएं इसलिए गलत सलाह दे रहे हैं। आपको सिर्फ और सिर्फ सेंधा नमक ही व्रत में लेना है और प्रभु तभी खुश होंगे।

कुछ लोग कहते हैं कि नमक से क्या फर्क पड़ता है। ऐसे लोगों को बताइए कि इसका साइंटिफिक रीजन भी है। आखिर व्रत के दिन शरीर को भारी तो नहीं कर सकते हैं। सफेद नमक खाएंगे तो शरीर भारी होगा। अधिक खाने का मन करेगा और खाते जाएंगे तो शरीर भारीपन से भरेगा। दूसरी चीज सफेद नमक सेंधा नमक की तरह ठंडा नहीं होता। ऐसे में गर्मियों में यह ताव देगा। तब आप कैसे पूरे दिन व्रत रखेंगे।

वहीं सफेद नमक कृत्रिम नमक है जिसे व्रत के लिए अशुद्ध माना गया है। जबकि सेंधा नमक सीधे पहाड़ों से आने वाला आयुर्वेदिक नमक है। इस नमक की तासीर ठंडी होती है जिसे खाने पर पेट ठंडा रहता है। इसके अलावा यह आयुर्वेदिक रूप से भी शरीर को सेहतमंद रखता है। तो फिर आपको समझ जाना चाहिए कि सिर्फ सेंधा नमक ही आपको खाना है।  vrat me namak kyu nahi khate के तहत अब जानते हैं कि नवरात्रि में सेधा नमक खाना चाहिए या नहीं।

क्या नवरात्रि में सेंधा नमक खाना चाहिए  vrat me namak kyu nahi khate

बिल्कुल सावन के सोमवार की तरह ही नवरात्रि में भी आप सेंधा नमक का यूज कर सकती हैं। भगवान शिव की तरह ही मां दुर्गा भी नहीं चाहतीं कि आप खुद को कष्ट में रखकर उनकी पूजा करें। अगर आपसे नवरात्रि का व्रत केवल फलाहार पर नहीं हो पा रहा है तो कष्ट मत दीजिए। सेंधा नमक के साथ कुट्टू के आटे की रोटी और सब्जी बनाकर खाइए मां प्रसन्न रहेंगी।

नवरात्रि के पहले और आखिरी दिन अगर संभव हो तो प्लीज फलाहार पर व्रत रहिए। कम से कम 9 दिन में दो दिन तो फलाहारी कर लीजिए। इस दिन आप सबकुछ खाइए सिर्फ नमक मत खाइए। लेकिन बाकी दिन आप सेंधा नमक खाइए मां बिल्कुल नाराज नहीं होंगी।

सेंधा नमक आयुर्वेदिक और प्राकृतिक नमक है इसलिए इसके यूज करने से देवी और देवता दोनों ही प्रसन्न होते हैं। जबकि सफेद नमक को अशुद्ध माना गया है क्योंकि वह कृत्रिम नमक है। vrat me namak kyu nahi khate के तहत अब जानते हैं कि व्रत में काला नमक खा सकते हैं क्या।

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व्रत में काला नमक खाते हैं क्या  vrat me namak kyu nahi khate

व्रत में भूलकर भी काला नमक नही खाइए। कुछ लोग कहते हैं कि काला नमक और सेंधा नमक एक ही है। अरे मूर्खों जाओ और जाकर थोड़ी जानकारी जुटाओ। मूंगफली बेचने वाला आपको मूंगफली के साथ जो नमक देता है वह है काला नमक। नींबू पानी देने वाला जो नमक उसमें डालता है वह है काला नमक। अब आप खुद सोचिए काला नमक और सेंधा नमक एक कैसे हो गया।

काला नमक नमक की एक अलग प्रकृति है जबकि सेंधा नमक अलग है। काला नमक को भी कृत्रिम तरीके से बनाया जाता है लेकिन सेंधा नमक बिल्कुल प्राकृतिक नमक है। इसलिए हाथ जोड़कर आपसे विनती कर रहा हूं कि अगर आप व्रत रख रहे हैं तो प्लीज किसी के बहकावे में मत आइए सिर्फ और सिर्फ सेंधा नमक ही खाइए।

काला नमक और सफेद नमक खाकर अपने व्रत को अशुद्ध मत कीजिए। अपने परिवार पर संकट मत बुलाइए। अपने को दुखों के हवाले मत कीजिए। भगवान को क्रोधित मत कीजिए। यह सब खाने से अच्छा है कि आप व्रत ही मत रखिए। सीधी बात., अगर बुरा लगे तो माफी चाहूंगा। vrat me namak kyu nahi khate के तहत अब चलिए जानते हैं कि सेंधा नमक कहां से आता है।

सेंधा नमक कहाँ से आता है  vrat me namak kyu nahi khate

पंजाब के उत्तर पश्चिम सीमा पर स्थित नमक कोह (नमक का पर्वत) पर्वत श्रृंखला है। इसी पर्वत से यह प्राकृतिक नमक सेंधा नमक अपने देश में आता है। यह पर्वत श्रृंखला सिंधु नदी क्षेत्र में पड़ता है इसलिए इसे सेंधा नमक भी कहते हैं। सिंधु के इलाके से होने के कारण इसे सैंधव नमक भी कहते हैं।

अब आप खुद सोचिए कि एक पर्वत श्रंखला से आने वाला नमक से शुद्ध और कौन सा नमक हो सकता है। इसीलिए हमेशा ही इसी नमक को व्रत में यूज करने की सलाह दी जाती है। vrat me namak kyu nahi khate के तहत चलिए अब जानते हैं कि सेंधा नमक की पहचान कैसे हो।

सेंधा नमक की पहचान कैसे करें  vrat me namak kyu nahi khate

सेंधा नमक अक्सर रंगहीन होता है। हालांकि कई बार कुछ पदार्थों के बीच से आने के कारण इस पर उनका रंग चढ़ जाता है और इस कारण यह आपको हल्का भूरा या फिर जामुनी या गुलाबी कलर का भी दिख सकता है। इसकी सबसे बड़ी पहचान है कि यह बहुत ही मजबूत होता है पत्थर की तरह होता है। सफेद नमक की तरह भूरभूरा नहीं होता है।

सेंधा नमक पानी या नींबू के रस में नहीं घुलता है। ऐसे में अगर आपको पता लगाना है कि यह सेंधा नमक है या नहीं तो तुरंत उसे नींबू के रस में डाल दीजिए। अगर तीन मिनट तक भी नहीं घुले तो समझ लीजिए कि आपको शुद्ध सेंधा नमक मिल गया है। vrat me namak kyu nahi khate के तहत चलिए अब जानते हैं कि एकादशी व्रत में नमक खाएं या नहीं।

एकादशी व्रत में नमक खाना चाहिए या नहीं  vrat me namak kyu nahi khate

एकादशी का व्रत बिना अनाज खाए रखना चाहिए तभी यह पूर्ण फलदायी होता है। लेकिन अगर आप गर्भवती हैं या फिर दवाओं पर रह रही हैं यानी दवा खाना मजबूरी है तो फिर सेंधा नमक का इस्तेमाल करिए। लेकिन भूलकर भी एकादशी व्रत रखकर सफेद नमक मत खाइए। वरना सबकुछ नष्ट हो जाएगा।

आज आप क्या सीखकर जा रहे हैं

दोस्तों, आज आपने जाना कि vrat me namak kyu nahi khate यानी व्रत में नमक क्यों नहीं खाते हैं। अगर आपके मन में इससे जुड़ा कोई भी सवाल है या किसी अन्य विषय पर कुछ पढ़ना चाहते हैं तो नीचे कमेंट में बताएं। आपको जवाब देने में हमें खुशी होगी। आपका एक सहयोग चाहिए। प्लीज गूगल में आप हमारे वेबसाइट kyahotahai.com को समय-समय पर सर्च करते रहिए। लव यू रहेगा यहां आते रहने के लिए।


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