टोमैटो फ्लू के बारे में बताइए, टोमैटो फ्लू से बच्चों को कैसे बचाएं, Tomato Flu kya hai in Hindi

Tomato Flu kya hai in Hindi: दोस्तों, कोरोना के बाद अब एक नई बीमारी भारत में तेजी से दस्तक दे रही है जो कि यहां के 5 साल तक के बच्चों को अपना शिकार बना रही है। हर प्रदेश में इसे लेकर एडवाइजरी जारी हो गई है। इस बीमारी का नाम है टोमैटो फ्लू। यह खतरनाक बीमारी है जो दूसरों के संपर्क में आने से फैलती है। यानी अगर आपका बच्चा दूसरे बच्चों को संपर्क में आ रहा है तो यह बीमारी उसे हो सकती है। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि इस बीमारी का लक्षण क्या है? इससे अपने बच्चों को कैसे बचाएं? क्या सावधानी बरतें। सारी जानकारी यहां मिल जाएगी तो चलिए शुरू करते हैं।

कोरोना के केस कम हुए तो देश के लोगों ने राहत की सांस ली। स्कूल खुले और बच्चों के चेहरे पर मुस्कान आ गई लेकिन इसी के साथ एक और आफत अब सर आ गई है। इस आफत का नाम है टोमैटो फ्लू। ज्यादार स्कूल जाने वाले छोटे बच्चों यानी 5 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए यह एक खतरनाक बीमारी है।

यह बीमारी इन बच्चों को तेजी से चपेट में ले रही है। अपने देश में आंकड़ा बढ़ने के बाद कई राज्य सरकारों ने एडवाइजरी जारी की है। इसमें यूपी सहित कई राज्य शामिल हैं। स्कूलों में बच्चों को दूसरे बच्चों से दूर-दूर रहने के साथ ही पैरेंट्स को भी सलाह दी गई है कि वे अपने बच्चों का समय-समय पर हाथ पैर धोते रहें। उन्हें मास्क लगाकर ही स्कूल भेजें और उन्हें हाइजिन युक्त यानी पोषणयुक्त खान पान दें। चलिए बताते हैं कि आखिर टोमैटो फ्लू है क्या।

टोमैटो फ्लू क्या है | Tomato Flu kya hai in Hindi

दोस्तों, टोमैटो फ्लू एक तरह का वायरल बुखार है जिसमें 0 से 5 साल तक के बच्चों के शरीर के अलग-अलग हिस्सों पर छाले या फिर चकत्ते बन जाते हैं। इस कारण त्वचा में जलन होती है और बच्चे काफी परेशान दिखते हैं। चूंकि शरीर पर बने ये चकत्ते लाल रंग के होते हैं और इस कारण शरीर लाल टमाटर की तरह दिखने लगता है इसलिए इसे टमाटर फ्यू यानी टोमैटो फ्लू कहा जा रहा है।

यह एक वायरल बीमारी है जिसमें बुखार होना स्वाभाविक है। यह वायरल बुखार सामान्य वायरल बुखार के मुकाबले थोड़ा खतरनाक है और इसी कारण से बच्चों को इससे ज्यादा बचाव की जरूरत है। छोटे बच्चों के शरीर में चूंकि इस बीमारी से छाले पड़ जा रहे हैं तो समझ सकते हैं कि उनके लिए इसे झेलना कितना कठिन हो जाता होगा।

यही वजह है कि हर कोई इस बीमारी से अपने बच्चों को बचाने के लिए हर उपाय करना चाहता है। छोटे बच्चे इस बीमारी के ज्यादा निशाने पर हैं। स्कूल जाने वाले बच्चों में इसे लेकर खतरा अधिक बना हुआ है। इसीलिए स्कूल स्तर पर भी काफी एहतियात बरता जा रहा है। राज्य सरकारों की तरफ से सभी शिक्षा अधिकारियों को भी इसे लेकर स्पष्ट निर्देश दे दिया गया है।

इस बीमारी में बच्चों को डिहाइड्रेशन की भी दिक्कत हो रही है। यानी उन्हें पानी की कमी का सामनाा करना पड़ सकता है। ऐसे में उन्हें समय-समय पर पानी देते रहना बहुत ही जरूरी है। चलिए आपको बताते हैं कि इसके लक्षण क्या है। आप कैसे पहचानेंगे।

Tomato Flu kya hai in Hindi

टोमैटो फ्लू के लक्षण क्या हैं | symptoms of tomato flu in hindi

  • बच्चों के शरीर में तेज बुखार का होना
  • शरीर पर जगह-जगह लाल चकत्ते निकल जाना
  • शरीर पर छाले के निशान
  • लाल टमाटर की तरह बड़े छाले लाल रंग के
  • गले में खराश हो जाना
  • बच्चों का आवाज कर्कश होना
  • बच्चों को जलन महसूस होना
  • त्वचा का रंग लाल हो जाना
  • शरीर में दर्द महसूस होना
  • जोड़ों में दर्द शुरू हो जाना
  • उल्टी भी आ सकता है
  • बेचैनी हो सकती है
  • पेट में ऐंठन हो सकता है
  • बार-बार छींक आ सकती है
  • अधिक खांसने लगे तो भी चिंताजनक है

टोमैटो फ्लू होने का कारण क्या है | causes of tomato flu in hindi

दोस्तों, टोमैटो फ्लू के पीछे क्या कारण है इसे लेकर अभी विशेषज्ञ रिसर्च कर रहे हैं। अभी यह साफ नहीं कहा जा सकता है कि इसके पीछे क्या कारण जिम्मेदार है। बस इतना ही है कि यह एक तरह की वायरल बीमारी है जिसमें बच्चे अधिक शिकार हो रहे हैं। हां, कुछ एक्सपर्ट जरूर डेंगू और चिकनगुनिया को इसके पीछे कारण बता रहे हैं लेकिन आधिकारिक रूप से अभी तक इस पर कोई जानकारी नहीं है।

जैसे ही आधिकारिक जानकारी आ जाएगी हम यहां पर अपडेट कर देंगे। फिलहाल तो आप इतना समझ सकते हैं कि यह बीमारी भी कोरोना की तरह ही एक दूसरे के संपर्क में आने से फैलने वाली बीमारी है। लेकिन यहां सबसे बड़ी दिक्कत यही है कि बच्चे इसके निशाने पर हैं।

बच्चों के कारण स्थिति भयावह हो जाती है क्योंकि उन्हें खुद से बचाव नहीं करना आएगा बचाव की पूरी जिम्मेदार अभिभावकों की हो जाती है। ऐसे में जब कोई बीमारी बच्चों के लिए खतरा बनती है तो वह कहीं अधिक खतरनाक होती है। ऐसे में अधिक से अधिक इसे लेकर सावधानी बरतने की जरूरत है। चलिए बताते हैं कि इसका समाधान क्या है।

टोमैटो फ्लू से बच्चों को कैसे बचाएं | how can tomato flu be diagnosed in hindi

  • सबसे बड़ा इलाज तो बचाव ही है। बच्चों को बचाना है तो उन्हें दूसरे बच्चों के संपर्क से दूर रखना होगा।
  • कोरोना में जिस तरह से हर कोई एक दूसरे से संपर्क में आने से कतरा रहा था वैसे ही इस बीमारी में भी बच्चों को बचाने के लिए ऐसा ही करना पड़ेगा।
  • बच्चों को मास्क लगाना अनिवार्य है। अगर आप बच्चे को स्कूल भेज रहे हैं तो मास्क के साथ भेजिए।
  • स्कूल में देखिए कि बच्चा दूर दूर बैठें इसके लिए स्कूल प्रशासन से बात कर लीजिए।
  • बच्चे का हाथ बहुत जल्दी गंदा होता है इसलिए उसे समय-समय पर धोते रहिए वह खुद नहीं धो पाएगा।
  • रोजाना बच्चे को स्नान कराइए।
  • बच्चे का इम्यून सिस्टम मजबूत कीजिए।
  • बच्चे को ठंडी चीजें इस समय बिल्कुल वर्जित हैं। आइसक्रीम और कोल्ड ड्रिंक से दूर रखिए।
  • फास्ट फूड बच्चों को मत दीजिए।
  • सैनेटाइजर हमेशा ही उसके बैग में रखिए।
  • स्कूल की मैम से बोल दीजिए कि बच्चे को सैनेटाइज करती रहें।
  • घर आते ही उसके कपड़े निकालर उसे धो दीजिए और उसे कुछ देर आराम करने के बाद नहला दीजिए।
  • नहलाने और साफ कपड़ा पहनाने के बाद ही उसे खाना खिलाएं।
  • अगर कोई भी बच्चा आपके आसपास इस तरह के लाल चकत्ते वाला दिखे तो उसके पैरेंट को आगाह कीजिए कि वे डॉक्टर से दिखाएं और अपने बच्चे को उससे दूर रखिए।
  • बच्चे को अगर लाल चकत्ता दिखे तो फिर उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले जाइए।

टोमैटो फ्लू का इलाज क्या है | treatment for tomato flu in hindi

  • इसकी अभी कोई दवा या वैक्सीन नहीं आई है।
  • एक वायरल बुखार की तरह ही डॉक्टर अभी इसका भी इलाज कर रहे हैं।
  • ऐसे में आपको आसपास सफाई रखनी है।
  • बच्चों को साफ सुथरा रखना है।
  • नियमित रूप से उनका कपड़ा धोना है।
  • नियमित रूप से उन्हें नहलाना है।
  • रोज उन्हें हाथ थोने के लिए प्रेरित करना है।
  • उन्हें धूल मिट्टी से दूर रखना है।
  • दूसरे बच्चों के संपर्क से दूर रखना है।
  • पानी की कमी न होने पाए इसलिए लगातार पानी पिलाते रहना है।
  • इम्यून सिस्टम मजबूत करने के लिए पोषणयुक्त खाना देना है।
  • सीजनल फल और हरी पत्तेदार सब्जियां रोज दीजिए।
  • एक सेब रोजाना जरूर दीजिए।

टोमैटो फ्लू से बच्चों को कैसे बचाएं

  • दूसरे बच्चों के संपर्क से दूर रखें।
  • बुखार सर्दी जुकाम या खांसी जैसे लक्षण दिखें तो स्कूल न भेजें।
  • ठंडा पानी न पिलाएं।
  • बार-बार ठंडा या गर्म न होने दें। यानी कभी एसी में रहे और कभी अचानक बाहर आएगा तो दिक्कत हो सकती है।
  • स्कूल से आते ही नहलाना शुरू न कर दें।
  • नारियल पानी उसे जरूर पिलाएं।
  • हर दो घंटे पर पानी पिलाएं।
  • बच्चे की साफ-सफाई के साथ अपनी भी सफाई रखें।
  • उसके शरीर पर कहीं भी फफोला पड़ जाए तो उसे छूएं नहीं तुरंत डॉक्टर से मिलें।
  • बुखार होने पर खुद से दवा न दें डॉक्टर से मिलें।
  • आसपास साफ सफाई रखें।
  • घर में कहीं भी पानी न जमा होने दें।

क्या टोमैटो फ्लू संक्रामक बीमारी है

जी हां, दोस्तों, यह बेहद ही संक्रामक बीमारी है। यह कोरोना वायरस की तरह ही छूने या किसी अन्य के संपर्क में आने से फैलता है। यह अधिक खतरनाक इसलिए है क्योंकि यह बच्चों में अधिक हो रहा है और इसलिए छोटे बच्चों को होने के कारण पैरेंट्स की चिंता अधिक बढ़ जाती है।

अभी इसका इलाज भी नहीं है। बचाव ही इलाज है। बच्चों को किसी के संपर्क में न आने दें और उन्हें साफ-सफाई के लिए प्रेरित करें और घर के आसपास भी साफ सफाई रखें।

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