श्री जगदीश रथ यात्रा( आषाढ़ शुक्ल द्वितीया)

इस दिन पुण्य नक्षत्र में सुभद्रा समेत भगवान के रथ की यात्रा निकालने का विधान है। वैसे तो यह त्यौहार सारे देश में मनाया जाता है पर जगन्नाथ पुरी में…

कबीर जयन्ती (ज्येष्ठ शुक्ल पूर्णिमा)

भारत के सन्त कवियों में महात्मा कबीर को विशेष स्थान प्राप्त है। इनका जन्म ज्येष्ठ शुक्ल पूर्णिमा को संवत् १४५५ में कहा जाता है कि ये एक विधवा ब्राह्मणी की…

निर्जला एकादशी (ज्येष्ठ शुक्ल एकादशी)

एकादशी के सूर्योदय से द्वादशी के सूर्यास्त तक पानी न पीने का विधान होने के कारण इसे ‘निर्जला एकादशी’ कहते हैं। एक महीने में दो बार एकादशी पड़ती है। एकादशी…

गंगा दशहरा(ज्येष्ठ शुक्ल दशमी)

इस दिन पुण्यसलिला गंगा का जन्म दिन मनाया जाता है। गंगा को भूतल पर लाने की योजना महाराजा सगर ने बनाई थी। महाराजा सगर के साठ हजार पुत्रों ने मिलकर…

वट सावित्री व्रत(ज्येष्ठ कृष्ण त्रयोदशी)

‘यह स्त्रियों का महत्वपूर्ण पर्व है। मूलतः यह व्रत-पूजन सौभाग्यवती स्त्रियों का है। फिर भी सभी प्रकार की स्त्रियाँ (कुमारी, विवाहिता, विधवा आदि) इसे करती हैं। इस व्रत को करने…

नृसिंह जयन्ती (वैशाख शुक्ल चतुर्दशी)

भक्त प्रह्लाद की मान-मर्यादा के लिए इस दिन भगवान ने नृसिंह के रूप में अवतार लिया था। इसीलिए यह दिन एक पर्व के रूप में मनाया जाता है। व्रत-विधान –…

मोहनी एकादशी (वैशाख शुक्ल एकादशी)

मोहनी एकादशी के बारे में पुराणों में एक कथा मिलती है। जो इस प्रकार है एक राजा था। उसके कई पुत्र थे। पर एक पुत्र बड़ा दुराचारी था। जुआ खेलना,…

शिवा जयन्ती (वैशाख शुक्ल अष्टमी)

महाराष्ट्र के प्रसिद्ध वीर महाराज छत्रपति शिवाजी का जन्म विक्रमी संवत् १७३७ की वैशाख शुक्ला अष्टमी को हुआ था। उनकी याद को चिरस्थाई बनाए रखने के लिए शिवा-जयन्ती मनाई जाती…