November 14, 2024

जब भी कहीं चुनाव होता है तो उसके समाप्त होने के तुरंत बाद पार्टियों से लेकर नेता और आम जनता तक सब लोगों की निगाह एक ही चीज पर होती है और वह है Exit Poll।

चुनाव का रिजल्ट आने से पहले इसी Exit Poll के जरिए नेताओं की धड़कनें बढ़ जाती हैं तो कहीं खुशी का माहौल बन जाता है। किसी खेमे में उदासी छा जाती है। पार्टियों से जुड़े लोग और आम लोग भी एक अंदाजा लगा पाते हैं कि किसकी सरकार आ रही है।

एक तरह का चुनावी सर्वे

एग्जिट पोल को आसान शब्दों में समझें कि यह एक चुनावी सर्वे है। मतदान के दौरान भी आम जनता से मीडिया एजेंसियां या सर्वे एजेंसियां एक सर्वे करती हैं। इसमें उनके फेवरेट पार्टी और नेता से जुड़े सवाल होते हैं। इन्हीं के आधार पर यह तय किया जाता है कि संबंधित राज्य में किस पार्टी की तरफ ज्यादा लोगों का झुकाव है।

पब्लिक का मूड भांपते हैं
इस सर्वे के जरिए पब्लिक का मूड भांपने की कोशिश होती है। इसमें सभी से सवाल नहीं होता है लेकिन जितने लोगों का सर्वे होता है उसका ही गणितीय मॉडल के आधार पर एक औसत निकाला जाता है और उसके आधार पर जीत हार के आंकड़े तय होते हैं।

सर्वे साइज कितना होता है
एग्जिट पोल के लिए यूं तो कंपनियां बड़े बड़े दावे करती हैं कि उन्होंने बहुत अधिक लोगों का सर्वे किया है। लेकिन हर बार यह सच नहीं होता है।अच्छी कंपनियां जरूर अधिक लोगों को सर्वे में शामिल करती हैं। माना जाता है कि 40 हजार से लेकर एक लाख लोगों के बीच के सर्वे पर यह एग्जिट पोल तय होता है।

सभी वर्ग के लोगों को किया जाता है शामिल
यह ध्यान रखा जाता है कि इसमें समाज के सभी वर्ग के लोगों का मूड आ जाए। क्योंकि इसी से सही रिजल्ट सामने आएगा।

मतदान के तुरंत बाद होता है यह पोल
एग्जिट पोल मतदान के तुरंत बाद होता है। इसमें केवल वोटर्स को ही शामिल किया जाता है। जो वोट डालकर बाहर निकलते हैं, उनसे बातचीत होती है। यह निर्णायक दौर में होता है इसलिए इस पर लोग अधिक विश्वास करते हैं।

यह भी जान लीजिए
एग्जिट पोल की शुरुआती इतिहास नीदरलैंड के समाजशास्त्री वॉन डैम से है।
पहली बार 15 फरवरी 1967 को इसका इस्तेमाल डैम ने किया। उस समय नीदरलैंड में हुए चुनाव में उनका आकलन एकदम सटीक रहा था।
अपने देश में शुरुआत इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ पब्लिक ओपिनियन (आईआईपीयू) के प्रमुख एरिक डी कोस्टा ने की।
1998 में पहली बार टीवी पर एग्जिट पोल का प्रसारण किया गया।

इनका सर्वे अपने देश में होता है अहम
टुडे चाणक्य
एबीपी-सी वोटर
न्यूजएक्स-नेता
रिपब्लिक-जन की बात
सीएसडीएस
इंडिया टुडे-एक्सिस
टाइम्स नाउ-सीएनएक्स
सीएसडीएस
न्यूज18-आईपीएसओएस

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *