बूढ़ी तीजो

भादों कृष्णा तृतीया को बूढ़ी तीजो कहते हैं। इस दिन भी श्रावण शुक्ला तृतीया की तरह सिंधारे भेजे जाते हैं तथा चीनी रुपया रख कर बयाना निकाला जाता है।

कजरी नवमी व कजरी पूर्णिमा(श्रावण शुक्ल पूर्णिमा)

‘श्रावण पूर्णिमा’ को कजरी पूर्णिमा भी कहते हैं। श्रावणी कर्म तथा रक्षा बन्धन भी इस दिन मनाए जाते हैं। बुंदेलखंड में श्रावणी पूर्णिमा के दिन सायंकाल को कजरी का जुलूस…

तुलसी जयन्ती(श्रावण शुक्ला सप्तमी)

‘रामचरितमानस’ के रचियता गोस्वामी तुलसीदास का नाम अमर रहेगा। ‘रामचरितमानस’ राम-भक्ति का अनूठा ग्रंथ है। भक्ति भावना से प्रेरित होकर लोग ‘मानस’ का अखंड पाठ करते हैं।तुलसीदास जी का जन्म…

निउरी नौमी(श्रावण शुक्ल नवमी)

नाग पंचमी की पूजा के बाद भी साँपों के आक्रमण से बचने के लिए श्रावण शुक्ला नवमी को नेवलों की पूजा की जाती है। पुत्रवती स्त्रियाँ बड़े मनोयोग से इस…

श्रावण शुक्ला तीज

स्त्रियों का यह त्यौहार जनसमाज में बहुत प्रचलित है। यह ऐसा अवसर है जब प्रकृति चारों तरफ हरियाली की चादर-सी बिछा देती है। इस दिन किसान लोग मल्हार गाते हैं।…

व्यास पूर्णिमा(गुरु-पूर्णिमा)(आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा)

व्यास-पूर्णिमा आषाढ़ की पूर्णिमा को मनाई जाती है। वैसे तो व्यास नाम के कई विद्वान हुए हैं परन्तु व्यास ऋषि जो चारों वेदों हैं के प्रथम व्याख्याता थे, उनकी आज…

हरिशयनी एकादशी( आषाढ़ शुक्ल एकादशी)

इस तिथि को ‘पद्मनाभा’ भी कहते हैं। इस दिन से चौमासे का आरम्भ होता है। इस दिन भगवान विष्णु क्षीर-सागर में शयन करते हैं। पुराणों का मत है कि इसी…