nipun bharat mission lakshya kya hai 2022: दोस्तों आज एक बार फिर एक नई और जरूरी जानकारी लेकर आपके लिए आए हैं। निपुण भारत मिशन लक्ष्य क्या है? हर कोई इसके बारे में आज जानना चाहता है। पीएम मोदी सरकार की यह सबसे महत्वाकांक्षी योजना है जिसका सीधे-सीधे लाभ युवाओं और छात्रों को होना है। तो चलिए इस आर्टिकल में इसके बारे में विस्तार से सारी जानकारी ले लीजिए। इस योजना की पूरी गाइडलाइन्स, किस तरह से योजना लागू होगी और कैसे लाभ मिलेगा, सारी जानकारी यहां मिल जाएगी।

दोस्तों जो नई एजुकेशन पॉलिसी लॉन्च की गई है उसी पॉलिसी को एक तरह से और मजबूत करने के लिए भारत सरकार ने इस योजना को लॉन्च किया है। इस योजना का लाभ छात्रों को खूब मिलेगा। उन्हें करियर को लेकर एक सही दिशा मिलेगी और आगे उनके लिए नौकरी आसान हो जाएगी।

तो अगर आप भी एक स्टूडेंट हैं और आगे चलकर इस तरह की योजना से लाभान्वित होकर एक बेहतर जॉब पाना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़िगा। इसमें आपको इस योजना का पूरा खाका मिल जाएगा कि कैसे इसका लाभ आप ले पाएंगे। तो चलिए शुरू करते हैं।

nipun bharat mission lakshya kya hai

निपुण भारत योजना क्या है nipun bharat mission lakshya kya hai

निपुण भारत मिशन को शिक्षा मंत्रालय की तरफ से शुरू किया गया है। इस योजना को बीते 5 जुलाई को एक तरह से औपचारिक शुरुआत की गई। अगर हम इसका पूरा नाम देखेंगे तो यह है नेशनल इनीशिएटिव फॉर प्रोफिशिएंसी इन रीडिंग विद अंडरस्टैंडिंग एंड न्यूमेरेसी (NIPUN) है। इसीलिए इसे शार्ट फॉर्म में निपुण योजना भी बोला जा रहा है।

 इस योजना की शुरुआत छात्रों के भविष्य कोबेहतर बनाने के लिए किया गया है। उन्हें ऐसा वातावरण स्कूल के स्तर से ही दिया जाएगा कि उन्हें आगे करियर बनाने में कोई दिक्कत नहीं आएगी। बल्कि कॉलेज से निकलते ही उनके पास इतना स्किल होगा कि तुरंत ही वे मोटे पैकेज पर कहीं भी जॉब पा सकेंगे।

इस तरह से उन्हें सक्षम बनाया जाएगा कि उनकी जिंदगी रफ्तार पकड़ लेगी। यही इस योजना की सबसे बड़ी खासियत भी है।यह योजना का खाका कुछ ऐसा तैयार किया गया है कि इसके जरिए वर्ष 2026-27 तक देश के हर एक छात्र को तीसरी कक्षा के अंत तक पढ़ना, लिखना तो आएगा ही साथ ही अंकगणित को सीखने की क्षमता भी उसमें विकसित हो जाएगी। इसके अलावा स्कूल स्तर पर ऐसा वातावरण बनाया जाएगा कि वह लड़का शुरू से ही मेधावी बने।

स्कूली शिक्षा कार्यक्रम के साथ ही इस योजना को जोड़ने का भी लक्ष्य है। इसके लिए सभी राज्यों को स्पष्ट निर्देश भी दे दिए गए हैं। हर राज्य अपने स्तर पर हर जिले के शिक्षा अधिकारियों को समन्वयक बनाते हुए यह सुनिश्चित करेगा कि हर स्कूल में यह योजना सही से लागू हो और इसका लाभ हर एक बच्चे तक पहुंचे। खुद पीएम मोदी इस योजना को लेकर बेहद ही गंभीर हैं।

निपुण भारत मिशन की शुरुआत कैसे हुई | nipun bharat mission lakshya kya hai

यह योजना पीएम मोदी की सोची हुई एक बहुत ही दुरदर्शी योजना है। इस योजना के तहत कोशिश यही है कि हर छात्र को स्कूल के स्तर से ही इतना दक्ष कर दिया जाए कि उसके आगे का करियर उसके लिए बेहद ही आसान हो जाए। इसके लिए जिले स्तर और गांव के स्तर तक स्कूलों की मॉनिटरिंग होगी। शिक्षकों को पूरा फोकस होकर इस मिशन पर काम करना होगा।

इस मिशन में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं चलेगी। शिक्षा मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि यह मिशन नई एजुकेशन पॉलिसी को मजबूत करने के लिए है, ऐसे में इस मिशन को युद्धस्तर पर लेते हुए पूरी गंभीरता से इसका फायदा हर एक छोटे बच्चे को जो स्कूल आ रहा है. उसे मिले यह कोशिश करनी है।

इस मिशन के तहत आधारभूत साक्षरता पर भी जोर दिया जाएगा। यानी ऐसी साक्षरता जो सिर्फ कहने को पढ़ाई ना हो बल्कि वास्तव में वह दिखे। बेसिक जानकारी बच्चों को शुरू से मिलने लगे। यही वजह है कि इस योजना के तहत सरकारी स्कूलों में अब तीसरी कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों पर ही फोकस करना शुरु कर दिया जाएगा। यह वह उम्र होती है जहां से बच्चे बनना शुरू होते हैं। अगर यहां से बेस यानी आधार मजबूत कर दिए तो फिर उसका जिंदगी आसान हो जाएगा और वह आगे बेहतर नौकरी कर पाएगा।

निपुण भारत मिशन में क्या होगा | nipun bharat mission lakshya kya hai

दोस्तों, निपुण भारत मिशन लक्ष्य या कहें कि निपुण योजना में चार बिंदुओं पर मुख्य रूप से फोकस किया जाएगा।

स्कूली शिक्षा पर फोकस

हर कोई जानता है कि अपने देश में सरकारी स्कूलोें की हालत क्या है। मोदी सरकार चाहती है कि न्यू एजुकेशन पॉलिसी किसी भी कीमत पर फेल ना हो। बच्चों को उनका वाजिब हक मिले और सरकारी स्कूलों की स्थिति फिर से पटरी पर आए। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की गुणवत्ता में सुधार हो। इसके लिए स्कूली शिक्षा पर फोकस जरूरी है।

यही वजह है कि इस मिशन में सबसे बड़ा फोकस स्कूली शिक्षा ही है। स्कूल के शुरुआती पाठ्यक्रम में ही इस मिशन को शामिल कर दिया गया है। शिक्षकों से अपील की गई है कि वे इसे गंभीरता से लें और अब तेजी से बच्चों और स्कूल दोनों के स्तर को सुधाने में जुट जाएं। इससे यह फायदा होगा कि न्यू एजुकेशन पॉलिसी को लागू करने पर हमारे बच्चे पिछड़ेंगे नहीं बल्कि उनका बेस मजबूत रहेगा तो वे आराम से इसे कवर कर लेंगे।

न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत चूंकि अब पाठ्यक्रम थोड़ा टफ होगा और बच्चों को आगे विकसित देशों से कंपटिशन के लिए तैयार करना है तो उन्हें बचपन से ही मजबूत करना होगा। ऐसे में अब सरकारी स्कूलों पर फोकस अधिक किया जाएगा। इसके लिए पीएम मोदी ने स्पष्ट निर्देश दे दिए हैं।

शिक्षक क्षमता का निर्माण | nipun bharat mission lakshya kya hai

अपने देश के सरकारी शिक्षकों की हालत किसी से भी छिपी नहीं हैे। ये लोग पढ़ाना कम चाहते हैं और ज्यादा छुट्टियां ही मारते हैं। कहते भी हैं कि सरकारी टीचर की नौकरी जिसकी लग गई उसके रामराज्य आ गए लेकिन मोदी सरकार इस सोच को अब बदल देना चाहती है। वह जानती है कि अगर शिक्षक की क्षमता पर कार्य होगा तो बच्चे भी सुधर जाएंगे और स्कूल भी।

हर स्कूल या कहें कि शिक्षा व्यवस्था का रीढ़ शिक्षक ही है। ऐसे में इस योजना के तहत पूरा फोकस शिक्षकों पर किया गया है। उनकी क्षमता का निर्माण किया जाएगा। उन्हें प्रोत्साहित किया जाएगा कि वे स्कूलों में नए तरीके से अब बच्चों को पढ़ाएं और आगे लेकर जाएं।

उच्च गुणवत्ता के तहत शिक्षण सामग्री का विकास

अब देश के बच्चों को आगे बड़े विकसित देशों से मुकाबला करना है तो बेस तो मजबूत करना ही होगा। शिक्षा की गुणवत्ता में इसके लिए सुधार बहुत जरूरी है। शिक्षण सामग्री न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत ऐसी बन रही है कि बच्चे स्कूल से ही इतना मजबूत हो जाएंगे कि उन्हें आगे के कंपटिशन काफी आसान लगने लगेंगे। यही वजह है कि इस मिशन पर इस पर अधिक फोकस है।

शिक्षा मंत्रालय का फोकस है कि उच्च गुणवत्ता के तहत ही शिक्षण सामग्री को तैयार किया जाए। इसका फायदा यह होगा कि स्कूली स्तर से ही अब बच्चे पढ़ाई में मेधावी हो जाएंगे। उन्हें अब आज के कंपटिशन वाले जमाने के हिसाब से तैयार किया जाएगा। उनके शिक्षा का स्तर बढ़ेगा तो फिर चीजें आसान हो जाएंगी।

बच्चों की प्रगति का रुपरेखा तैयार करना और समय-समय पर उसकी समीक्षा करना

यह इस योजना का सबसे जरूरी हिस्सा है। क्योंकि सरकारी संस्थानो में अक्सर देखा गया है कि अभियान तो शुरू होता है लेकिन वह सही रूप से अंजाम तक नहीं पहुंचता। वजह कि उसकी समीक्षा समय समय पर नहीं होती है। अब बच्चों को आप नई शिक्षा दे रहे हैं उन्हें नई पौध केे रूप में तैयार कर रहे हैं तो चेक भी तो कीजिए कि वे कितना सीख रहे हैं।

इस मिशन में इस पर जोर दिया गया है कि हर स्कूल में बच्चों की प्रगति के लिए अलग से रिपोर्ट कार्ड तैयार होगा और समय-समय पर देखा जाएगा कि वह कहां तक पहुंचा है। यानी उसकी समीक्षा होगी और उसका एक रिपोर्ट जिले के शिक्षा अधिकारी तक भी जाएगा। यह सही भी है क्योंकि वास्तव में तभी बच्चे आगे बढ़ेंगे और शिक्षक भी पूरे मन से इस मिशन को सफल बनाएंगे।

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निपुण भारत मिशन लक्ष्य योजना की पूरी जानकारी | nipun bharat mission lakshya kya hai

योजना का नामनिपुण भारत मिशन लक्ष्य योजना
योजना किसके अंतर्गत हैभारत सरकार
योजना की शुरुआत5 जुलाई 2022
योजना का लाभ किसे मिलेगास्कूली स्तर से ही छात्रों को
आधिकारिक वेबसाइट क्लिक करें
गाइडलाइंसक्लिक करें
कौन नजर रखेगाकेंद्रीय शिक्षा मंत्रालय

निपुण भारत मिशन का उद्देश्य | nipun bharat mission lakshya kya hai

  • स्कूली स्तर से ही बच्चों को मेधावी बनाना
  • कक्षा तीन से ही बच्चों को अंकगणित का ज्ञान शुरू करा देना
  • कक्षा तीन से ही पढ़ने लिखने का ज्ञान देनाा शुरू कर देना
  • नई शिक्षा नीति के तहत पढ़ाई कराना
  • शिक्षण सामग्री को उच्च गुणवत्ता के आधार पर विकसित करना और उस आधार पर छात्रों को तैयार करना
  • शिक्षण सामग्री ऐसा तैयार करना जिसमें मानसिक और शारीरिक दोनों तरह से बच्चों का विकास हो
  • स्कूल के माहौल को सही करना।
  • स्कूल में शिक्षण का माहौल बनाना।
  • शिक्षकों की क्षमता का विकास करना
  • शिक्षकों को न्यू एजुकेशन पॉलिसी के लिए तैयार करना

निपुण भारत मिशन लक्ष्य को कैसे लागू किया जाएगा | nipun bharat mission lakshya kya hai

दोस्तों, इस मिशन को 2026-27 तक का लक्ष्य रखा गया है। यानी तब तक इस मिशन को आगे बढ़ाने की पूरी रुपरेखा तैयार हो गई है। इसके लिए हर राज्यों को जरूरी गाइडलाइंस भेज दिए गए हैं. इसके तहत अब आगे की तैयारी ऐसी है कि पहले स्तर पर स्कूलों को सही तरीके से विकसित किया जाएगा। दूसरे स्तर पर छात्रों को तीसरी कक्षा से ही न्यू पॉलिसी के तहत उच्च गुणवत्ता के तहत शिक्षण कार्यक्रम शुरू होंगे।

अगले स्तर पर शिक्षकों की क्षमता का विकास किया जाएगा। उन्हें प्रेरित किया जाएगा और ट्रेनिंग के जरिए उनके स्किल्स को भी मजबूत किया जाएगा। इसके बाद शैक्षणिक कार्यक्रमों की पूरी रूपरेखा ऐसी तैयार होगी कि उसका लाभ बच्चों को समग्र विकास के रूप में मिले।

साथ ही साथ नोडल विभाग बनाए जाएंगे। उन्हें इसकी जिम्मेदारी दी जाएगी कि वे स्कूल, शिक्षक और छात्रों के लगातार हो रही प्रगति की समीक्षा करें और देखें कि इस योजना का लाभ सही से सभी को मिल रहा है कि नहीं और सही दिशा में चीजें आगे बढ़ रही हैं या नहीं।

निपुण भारत योजना की पूरी रूपरेखा | nipun bharat mission lakshya kya hai

  • परिचय
  • मूलभूत भाषा और साक्षरता को समझना
  • मूलभूत संख्यामकता और गणित कौशल
  • योग्यता आधारित शिक्षा की ओर स्थानांतरण
  • शिक्षा और सीखना: बच्चों की क्षमता और विकास पर ध्यान
  • लर्निंग एसेसमेंट
  • शिक्षण -अधिगम प्रक्रिया: शिक्षक की भूमिका
  • स्कूल की तैयारी
  • राष्ट्रीय मिशन: पहलू एवं दृष्टिकोण
  • मिशन की सामरिक योजना
  • मिशन कार्यान्वयन में विभिन्न हितग्राहीको की भूमिका
  • SCERT और DIET के माध्यम से शैक्षणिक साहित्य
  • दीक्षा/NDEAR: का लाभ उठाना: डिजिटल संसाधनों का भंडार
  • माता पिता एवं सामुदायिक जुड़ाव
  • निगरानी और सूचना प्रौद्योगिकी ढांचा
  • मिशन की स्थिरता
  • अनुसंधान, मूल्यांकन एवं दस्तावेजी करण की आवश्यकता

अंतिम शब्द

दोस्तों, आज आपने nipun bharat mission lakshya kya hai के बारे में जाना। अगर आपको इस बारे में कुछ और जानना है तो नीचे कमेंट कीजिए। हर तरह की योजनाओं की जानकारी के लेते हमारे वेबसाइट पर आते रहिए और हमें प्यार देते रहिए। लव यू रहेगा यहां आने के लिए।



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