भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में हाल के दिनों में चरित्र अभिनेता के रूप में सबसे मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है देव सिंह ने। आप इन्हें चाहें जो किरदार दे दीजिए, ये आपका दिल जीत लेंगे। हर फन में माहिर। इसीलिए इन्हें इंडस्ट्री का सदाबहार अभिनेता कहा जाता है। पर्दे पर जितना सशक्त बतौर हीरो लगते हैं, उतना ही दमदार विलेन बनकर अपनी छाप छोड़ते हैं। चरित्र अभियन में तो फिलहाल इनका कोई सानी ही नहीं है। यही वजह है कि इंडस्ट्री का हर बड़ा से छोटा प्रोडक्शन हाउस इनके साथ काम करना चाहता है। तो चलिए इस सदाबहार अभिनेता के बारे में विस्तार से जानते हैं।

जो भी रोल दे दीजिए, दिल जीत लेते हैं

देव सिंह अलहदा ऐक्टर हैं। भोजपुरी इंडस्ट्री में बहुत कम ऐसे ऐक्टर हैं जो सिर्फ अपनी मौजूदगी से किरदार में जान फूंक देते हैं। देव सिंह में ये हुनर है। वे हर किरदार में डूब जाते हैं और इस का परिणाम ये होता है कि उस रोल को हमेशा के लिए देव जीवंत कर जाते हैं। यही वजह है कि हर किरदार में देव सिंह को देखना दिल को बहुत ही सुकून देता है।

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हीरो बनने के पीछे नहीं भागे, किरदार को दी अहमियत

देव सिंह इंडस्ट्री में हीरो बनने आए थे। कई फिल्में बतौर हीरो उन्होंने की भी हैं और अपनी छाप भी छोड़ी है। लेकिन विलेन के रूप में वे इंडस्ट्री को अधिक भाए हैं। चरित्र अभिनेता के रूप में उनकी उपस्थिति ज्यादा मजबूत रही है। इसके पीछे वजह भी साफ है कि देव सिंह सिर्फ हीरो बनने के पीछे नहीं भागे बल्कि उन्होंने किरदार को अहमियत दी। उन्होंने देखा कि वह कौन सा किरदार हो सकता है, जिसमें दर्शक उन्हें पसंद करेंगे और उनकी ऐक्टिंग निखकर आएगी। अगर वह विलेन बनने से होता है, तो खुशी-खुशी वही करूंगा। कोई चरित्र निभाकर आता है, तो उसका भी स्वागत है। इसी वजह से देव सिंह वर्सटाइल होते गए।

रिजेक्शन से मायूस नहीं हुए, खुद को तराशते रहे

ऐसा नहीं है कि देव सिंह ने अपने लंबे करियर में रिजेक्शन नहीं देखे हैं लेकिन उन्होंने इसे अपनी सफलता की सीढ़ी के रूप में प्रयोग किया। अगर आप इसे पॉजिटिव तरीके से लेंगे तो निश्चित ही आगे बढ़ जाएंगे। आलोचनाएं देव सिंह की भी हुईं। लेकिन इन आलोचनाओं से देव सिंह ने सबक ली और आगे और बेहतर करने की कोशिश की। खुद को तराशते रहे। सीखते रहे और फिर उस मुकाम पर भी पहुंचे जहां भोजपुरी इंडस्ट्री में इनका नाम लेकर लोग उदाहरण देने लगे।

चुनौतीपूर्ण किरदारों के लिए हमेशा रहे तैयार

देव सिंह की खासियत यह रही कि हमेशा ही वह चुनौतीपूर्ण किरदारों के लिए तैयार रहे। उनकी कोशिश यही रही की लीक से हटकर किरदार मिले और वे उसे बखूबी निभा पाएं। इसके लिए आज भी वे हमेशा ही कुछ न कुछ नया सीखते रहते हैं। सीखने की भूख रहे तो फिर ऐक्टर कभी खत्म नहीं होता। इस भूख ने देव सिंह से ऐसे-ऐसे किरदार प्ले कराए कि भोजपुरी इंडस्ट्री में एक तरह से इतिहास भी बन गया। कुछ किरदार तो देव सिंह से भी बड़े बन गए और उनकी पहचान उन किरदारों के कारण होने लगी और किसी भी ऐक्टर के लिए इससे बड़ा रिवॉर्ड कुछ नहीं हो सकता।

सादगी पसंद इंसान हैं, सफलता को एंज्वाय करते हैं

देव सिंह के बारे में कहा जाता है कि फिल्म जितनी बड़ी हिट हो जाए, ये बंदा कभी नहीं बदलता। सादगी को ओढ़ते हैं और सफलता को एंज्वाय करते हैं। किसी से भी मिलते हैं तो ऐसा मिलते हैं गोया कितनी पुरानी जान-पहचान हो। यह हुनर ऐसा है कि हर किसी के दिल में सीधे उतर जाते हैं। इसीलिए इंडस्ट्री में हर शख्स इनकी तारीफ करता है। फैंस इन्हें बेतहाशा मोहब्बत करते हैं।

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