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प्रदोष से तात्पर्य है रात्रि का आरम्भ। इस व्रत के पूजन का विधान इसी...
जिस मास में सूर्य-संक्रान्ति नहीं होती, उसे ‘अधिमास’ कहते हैं। जिसमें दो संक्रान्तियाँ पड़ती...
यह व्रत किसी भी दिन किया जा सकता है। हमारे देश में पूर्णिमा के...
होली के अगले दिन धन-सम्पत्ति की देवी सम्पदा जी को डोरा बाँधना चाहिए तथा...
होली एक सामाजिक पर्व है। रंगों का त्यौहार है। जो 18 मार्च 2022, शुक्रवार...
इस दिन आंवले के वृक्ष के पास बैठ कर भगवान का पूजन किया जाता...