यह सिर्फ एक कहानी ही नहीं बल्कि एक सच्ची और डरा देने अन्धविश्वास की कहानी है जो मुझे मेरे दोस्त ने बताया जो मैं आज आप लोगो के सामने लाने जा रहा हु। अगर आपके पास भी ऐसी कोई सच्ची घटना पे आधारित कहानी हो तो हमे बताए हम अपने वेबसाइट पर उसको जरूर डालेंगे। तो चलिए शुरू करते है।
कुछ दिन पहले की बात है सबसे पहले मैं अपने बारे में थोड़ा बता देता हु मै एक कॉलेज में बच्चो को पढ़ता हूं।हर दिन की तरह मैं रोज सुबह कॉलेज जाता और शाम को घर आता । कुछ दिनों से मैं बहुत परेशान था किसी काम में मन नहीं लगता और घरेलू मामलों से भी परेशान था एक दिन मेरे एक दोस्त ने मुझे परेशान देख मुझसे पूछा क्यों परेशान हो तो मैने अपनी सारी बात उसको बताई। तो उसने मुझे किसी बाबा के बारे में बताया और बोला बाबा बहुत अच्छे है मैं भी उनके पास कई बार गया हूं और बहुत अच्छे बाबा है जो भी बताते है सब सही होता है मैने उसकी बातो पे ध्यान नही दिया और मजाक में टाल दिया और अपने काम में लग गया रोज की तरह कॉलेज से आना जाना। काफी दिनों बाद मैने अपने दोस्त के बारे में सोचा जो उसने कहा था बाबा से मिलने के लिए और मन ही मन सोचा क्यों न एक बार बाबा से मिला जाय । और मैं अपने दोस्त को बिना बताए एक दिन बाबा के वहा चल गया बाबा का घर ज्यादा दूर नहीं था हमारे कॉलोनी में ही था । जब मैं बाबा के वहा पहुंचा उनके वहा काफी भीड़ लगी हुए थी । बाबा को अपने बारे में बताया भीड़ ज्यादा होने के कारण बाबा ने मुझसे ज्यादा बात नही की और उन्होंने अगले दिन बुलाया मैं वहा से उस दिन घर आ गया देखने से तो सब कुछ सही लग रहा था बाबा एक एस्ट्रोलॉजर यानी की ज्योतिषी भी थे उस दिन उनके घर जाकर पता चला।
अगले दिन जब मैं उनके वहा गया तो उस दिन की तरह बिलकुल भी भीड़ नही थी। बाबा के पास गया और जाके उनके पास बैठ गया बाबा ने सब कुछ मुझसे फिरसे पूछा और मैंने उनको बताया अपने बारे में बाबा थोड़ी देर बाद मुझसे बोले की एक पूजा पाठ करना होगा मैं मान गया और तैयार हो गया और मैने उनसे पूछा कि बाबा कब आना है और क्या क्या लाना होगा।
बाबा ने बोला ज्यादा कोई सामान नही लाना बस एक बोतल दारू की और थोड़ा बहुत पूजा का सामान लाना होगा फिर उन्होंने मुझसे पूछा आप कब खाली रहते है मैने बोला बाबा सुबह जाता हु कॉलेज बच्चों को पढ़ाने और शाम को आता हू 6 बजे तक बाबा ने बोला ठीक है आप ठीक शाम 6 बजे तक शमशान घाट पे आ जायेगा वही होगा पूजा। मैं भी तैयार हो गया और अगले दिन मैं सुबह कॉलेज गया और शाम को 6 बजे से कॉलेज से निकल गया और रास्ते में समान लेने में देर हो गया । मैने एक छोटा बॉटल दारू लिया और पूजा का सामान लेके वही शमशान पे 6:30 तक पहुंच गया। लेकिन वहा पहुंचते ही जो मैने देखा मैं एकदम से डर गया और वहा 1 मिनट भी नहीं रुका और वहा से बाइक से भागते हुए आया और एक जगह रुक के सबसे पहले उस दारू की बोतल को और पूजा की सामान को वही फेक दिया और घर भाग आया । उस दिन मैं काफी डर गया था आप सोच भी सकते है की वहा क्या हुआ था।
जैसे ही मैं बाइक खड़ा करके वहा अंदर जाने लगा तो देखा बहुत भीड़ लगी हुई है मैने लोगो से पूछा क्या बात इतना भीड़ क्यों लगा है तभी एक आदमी ने कहा कि कोई डूब कर मर गया है। और जैसे ही मैंने लाश देखी पागल हो गया उसी बाबा। की लाश थी यही देखते ही मैं वहा से भागा था आप सोच सकते है। वैसे आपको क्या लगता है वहा क्या होने वाला था और क्या हो गया मैं आज अपने आप को बहुत खुशनसीब समझता हू जो उस दिन लेट वहा पहुंचा नही तो वहा बाबा की लाश की जगह मेरी होती।मैं काफी दिनों तक डरा हुआ था और हमेशा सपने में भी वही बाबा आते और मैं रोज रात में डर जाता मैं घर गया और अपने घर वालो को बताया तो उन्होंने एक अच्छे पण्डित से दिखाया अब मैं बिल्कुल ठीक हु और अब वो सपना भी नही आता।