December 14, 2024

सांकेतिक छवि

दोस्तों आजकल हर कोई चाहता है कि इंटरनेट की दुनिया में उनका बिजनेस खूब आगे बढ़े। हर कोई ऑनलाइन आकर कमाई करना चाहता है। ब्लॉग की दुनिया में आप भी लाखों की कमाई कर सकते हैं। पर, इसके लिए आपको SEO पर मजबूत पकड़ रखनी होगी। आपका SEO जितना बेहतर होगा, आप उतना ही अच्छा गूगल में रैंक कर पाएंगे। दोस्तों, अपने ब्लॉग या फिर वेबसाइट को गूगल में नंबर 1 रैंक कराना चाहते हैं तो फिर यह आर्टिकल आपके लिए ही है।

SEO क्या है (What is Search Engine Optimization)


तो दोस्तों यह जान लीजिए कि SEO का फूल फॉर्म है Search Engine Optimization। यह एक वेब माइनिंग टूल है। आपको बता दें दोस्तों कि इसी के द्वारा गूगल यूजर को उस सर्च पर पहुंचाता है जो जानकारी वह ढूंढ रहा होता है। उदाहरण के लिए दोस्तों अगर आपने कुछ भी गूगल में सर्च किया तो उस कीवर्ड के आधार पर SEO टूल रिजल्ट्स की एक लिस्ट देगा। इस रिजल्ट में बहुत सारी साइट्स आपको सुझाई जाएंगी। इसमें निश्चित रूप से यूजर को उनका आंसर मिल जाता है और वह अपने पसंद के साइट पर पहुंच जाते हैं।

सर्च इंजन कैसे काम करता है

SEO हमेशा ही तीन चरणों में काम करता है। तो दोस्तों आइए इन महत्वपूर्ण तीनों चरणों के बारे में जान लेते हैं।

क्रॉल के जरिए

क्रॉलर की मदद से ही गूगल वेबसाइट खोजने का काम करता है। यह भी जान लीजिए कि नए और अपडेट किए गए वेब वेब पेजों को इसी से खोला जाता है।

इंडेक्स के जरिए

क्रॉल के बाद जो स्टेप आता है वह है इंडेक्स। गूगल जिन पेजों को पहले क्रॉल किया होता है उस पर फिर जाता है। गूगल हमेशा ही यह पता लगाने की कोशिश करता है कि पेज किस बारे में है। वह उसके इमेज, कंटेंट, वीडियो फाइल आदि को देखता है और यह पता लगाता है कि यह पेज किस चीज के बारे में है। यही जानकारी इंडेक्स में सेव कर ली जाती है। इसका फायदा यह होता है कि एक डेटाबेस तैयार हो जाता है आगे के लिए।

मैचिंग या खोज के नतीजे दिखाना

SEO इस तरह से भी काम करता है। मैचिंग के जरिए भी वह यूजर्स को नतीजा दिखाता है यानी उन वेबसाइट्स पर पहुंचाता है जो कि उसके सर्च का हिस्सा है। जी हां, जब यूजर सर्ज इंजन में क्वेरी डालता है तो मैचिंग की यह प्रक्रिया शुरू हो जाती है। इस प्रक्रिया में SEO टूल इंडेक्स पेजेज के पास जाकर यूजर द्वारा दिए क्वेरी के कीवर्ड के हिसाब से डेटा मैच करके वेब पेजों की लिस्ट देता है। यह पेजों के मेटा डिस्क्रिप्शन से किया जाता है। एक बात जान लीजिए गूगल हमेशा ही बेस्ट क्वालिटी की जानकारी ही रिजल्ट के रूप में यूजर को देने की कोशिश करता है।

अब इन बातों का ध्यान भी रखिए

कंटेंट हमेशा ही यूनिक लिखिए और शानदार तरीके से लिखिए। शब्दों में कंजूसी मत कीजिए। विस्तार से लिखिए। विजुअली समझाने की कोशिश कीजिए।

अपनी वेबसाइट की स्पीड जरूर देखते रहिए। बेहतर स्पीड रहेगी तभी आप बेहतर रैंक कर पाएंगे।

इंटरनल लिंकिंग- इंटरनल लिंकिंग आपकी वेबसाइट को और मजबूती प्रदान करता है। आपको हर रिपोर्ट के साथ इसे जरूर देना है।

बेहतर कीवर्ड- आजकल का खेल ही कीवर्ड का हो गया है। अगर आपके पास बेहतर कीवर्ड है तो फिर आप आसानी से अपनी वेबसाइट को रैंक करा सकते हैं। ऐसे में बढ़िया कीवर्ड डालिए। सुनिश्चित कीजिए कि कंटेंट, टाइटल और टैग्स में हर जगह सटीक कीवर्ड का आप इस्तेमाल करेंगे।

यूआरएल- यह भी बहुत ही जरूरी हिस्सा है। आप हमेशा ही छोटा और सरल यूआरएल रखें ताकि लोगों को आसनी हो।

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