जैसा कि हम सभी जानते है कि साल 2019 के आखरी समय से अभी तक पूरे दुनिया में कोरोना वायरस का कहर ज़ारी है, जिसमे लाखो लोगो कि जान अब तक जा चुकी है, ऐसे में हम और आप एक शब्द हर जगह देख और सुन रहे है, उस शब्द का नाम है COVID-19. हालाँकि हम इस शब्द को देखते या सुनते ही समझ जाते है कि इसका मतलब कोरोना वायरस है। मगर हमारे दिमाग़ में एक सवाल बार बार आता है कि आखिर COVID 19 ka full form क्या है. तो अगर आप COVID 19 ka full form जानना चाहते है तो आप बिलकुल सही वेबसाइट पर आये है।
COVID 19 क्या है ?
COVID-19 एक ऐसा वायरस है, जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या होती है. इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है. इस वायरस का संक्रमण दिसंबर 2019 में चीन के वुहान में शुरू हुआ था. WHO के अनुसार , बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं. किसी कोरोना वायरस संकर्मित मरीज़ को छूने से ये वायरस फैलता है. कोरोना वायरस एक कफ के तरह होता है जो मरीज को सांस लेने में दिक्कत हो जाता और धीरे धीरे फेफड़ा ख़राब होने लगता है
COVID 19 ka full form क्या होता है ?
COVID 19 कोरोना वायरस का शार्ट फॉर्म है। CO मतलब Corona, VI मतलब Virus, D मतलब Disease और 19 मतलब 2019, चूँकि ये बीमारी 2019 में आया इसी लिए इसके आगे 19 लगाते है.
CO : Corona , VI : Virus, D : Disease , 19 : 2019
COVID-19 = Corona Virus Disease – 2019
कोरोना वायरस (COVID-19) के लक्षण की पहचान
तेज बुखार आनाः अगर आपका तापमान 100 डिग्री से ज़्यादा है तो आपको जाँच करनी चाहिए क्यू कि ये कोरोना वायरस के लक्षण हो सकते है.
सूखी खांसी और कफ: दरअसल कोरोना वायरस एक कफ के तरह होता है, अगर किसी को कफ आता हो या सुखी खांसी होती हो तो, ये कोरोना के लक्षण हो सकते है.
सांस लेने में समस्याः कोरोना विरसु से संक्रमित व्यक्ति को 5 दिन के अंदर में ही साँस लेने में समस्याएं होने लगती है, क्यू कि कफ धीरे धीरे फेफड़ो में फैलने लगता है.
फ्लू-कोल़्ड जैसे लक्षणः विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर फ्लू और कोल्ड जैसे लक्षण भी हो सकते हैं.
डायरिया और उल्टीः कोरोना से संक्रमित लोगों में डायरिया और उल्टी के भी लक्षण देखे गए है. करीब 30 प्रतिशत लोगों में इस तरह के लक्षण पाये गए हैं.
सूंघने और स्वाद की क्षमता में कमीः COVID-19 से संक्रमित लोगों को सूंघने और स्वाद की क्षमता में भी कमी आती है.