magh snaan maghi purnima magh purnima, माघ पूर्णिमा के बारे में बताएं

magh snaan maghi purnima magh purnima: पूरा माघ प्रयाग में कल्पवास करके त्रिवेणी स्नान करने का अन्तिम दिन ‘माघ पूर्णिमा’ ही है। इस पर्व पर यज्ञ, तप तथा दान का विशेष महत्व होता है।

इस दिन स्नानादि से निवृत होकर विष्णु भगवान का पूजन करना चाहिये। पितरों का श्राद्ध भी करना चाहिये। निर्धनों को भोजन, वस्त्र, तिल, कम्बल, गुड़, कपास, घी, लड्डू, फल, अन्न, पादुका आदि का दान करना चाहिये। ब्राह्मणों को भोजन करवाने का महात्म्य व्रत करने से ही होता है।

माघ स्नान का महत्व | Magh snaan maghi purnima magh purnima

ऐसी मान्यता है कि माघ महीने में अगर हर दिन सुबह गंगा स्नान किया जाए तो इंसान के हर पाप कट जाते हैं। साथ ही इस दिन सुबह स्नान कर दान पुण्य करने से व्यक्ति के सारे पाप दूर हो जाते हैं। अगर इस दिन आप मां गंगा का पूजन कर दें तो मोक्ष भी मिल जाता है। भगवान विष्णु की भी अराधना करनी चाहिए।

माघ माह में अमावस्या की तिथि पर गंगा स्नान जरूर करना चाहिए। आपको अपने नजदीकी शहर जहां भी मां गंगा बह रही हों वहां जाना चाहिए और जाकर गंगा स्नान करना चाहिए। बिना गंगा स्नान किया आपको कभी भी पुण्य नहीं मिल पाएगा। इसलिए हमेशा ध्यान रखिए कि इस मौके पर आपको गंगा स्नान करने जाना ही जाना है। इसके लिए आपको हमेशा ही तैयार रहना है।

मौनी अमावस्या पर तो आपको बिना बोले मां गंगा में स्नान करना चाहिए अगर आप वाराणसी या प्रयागराज गए हैं तो फिर आपको वहां स्नान करने से पहले कुछ भी नहीं बोलना है। बिल्कुल चुप यानी मौैन होकर ही स्नान करना है। आपको किसी भी तरह से किसी से बिना बात किए एकदम भोर में ही स्नान कर लेना है। याद रखिए अगर आप मौनी अमावस्या पर बोल दिए और फिर स्नान किए तो आप पाप के भागी होंगे और आपका बहुत कुछ विनाश हो जाएगा। इसलिए इस दिन आपको बिल्कुल ही मौन रहकर ही नहाना है।

माघी पूर्णिमा का क्या महत्व है?

माघी पूर्णिमा के दिन मान्यता है कि भगवान विष्णु गंगाजल में निवास करते हैं। इस दिन जो भी इंसान गंगाजल में स्नान करता है, उन्हें इसका शुभ फल प्राप्त होता है। उन्हें इतना बड़ा फल मिलता है कि उनकी कई पीढ़ियां सुधर जाती हैं. अगर संतान का सुख चाहिए तो आज के दिन जाकर वाराणसी में गंगा स्नान करके आइए।

अगर आपको आज के दिन पूर्णिमा पर चंद्रमा मघा नक्षत्र और सिंह राशि में स्थित रहता है। मघा नक्षत्र में होने के कारण ही इस तिथि को माघ पूर्णिमा कहते हैं और इसी कारण से इसका महत्व बढ़ जाता है।

माघ पूर्णिमा का महत्व भगवान विष्णु से जोड़ा जाता है और भगवान विष्णु से जुड़े होने के कारण ही सभी लोगों को आज के दिन भगवान विष्णु की पूजा जरूर करनी चाहिए। अगर आप गंगा जी में स्नान करने नहीं जा पाते हैं तो सुनिए। सुबह जल्दी स्नान कर लीजिए और भगवान विष्णु की प्रतिमा के सामने पूजा कीजिए।

भगवान विष्णु का कोई मंदिर तो कहीं मिलेगा नहीं आपको अपने शहर में। ऐसे में आपको अपने घर में ही प्रतिमा के सामने पूजन करना है। अगर केले के पेड़ के नीचे पूजन करेंगे तब तो आप सीधे स्वर्ग में जाएंगे यानी आपको मरने के बाद मोक्ष मिलना तय है।

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