एनिमे सीरीज क्या होती हैं, एनिमे का मतलब क्या है, एनिमे और कार्टून में क्या अंतर है? anime kya hota hai
anime kya hota hai: दोस्तों, आज एक और दिलचस्प जानकारी आप के लिए हम लेकर आए हैं। anime kya hota hai? एनिमे के बारे में आजकल हर कोई जानना चाहता है। ऐसा इसलिए क्योंकि आजकल हर घर में बच्चे मोबाइल पर इसे ही देख रहे हैं। कुछ लोग इसे कार्टून समझ लेते हैं और उन्हें लगता है कि उनका बेटा या बेटी कार्टून देख रहे हैं लेकिन सचेत हो जाइए। ये कार्टून नहीं है। यह anime है और इसकी दुनिया अलग है। चलिए आपको इसके बारे में सारी जानकारी विस्तार से देते हैं।
दोस्तों, anime फिल्में और anime सीरीज आजकल बच्चे मोबाइल पर खूब देखते हैं। भारत में अब धीरे-धीरे यह लोकप्रिय होने लगा है। शहरों से यह अब गांवों तक पहुंच गया है। भारत में माता-पिता की सबसे बड़ी गलती यह हो जा रही है कि उन्हें लगता है कि उनके बच्चे कार्टून देख रहे हैं। लेकिन यह कार्टून जैसा ही एनीमे होता है जिसके बारे में उन्हें पता ही नहीं है।
तो चलिए इस आर्टिकल में हम आपको एनिमे के बारे में हर एक जानकारी आज खुलकर देंगे ताकि आपके मन में उसे लेकर कोई भ्रम न रह जाए। इसके बाद आपको तय करना है कि आप अपने घर में बच्चों को यह देखने देंगे या नहीं देखने देंगे। तो चलिए शुरू करते हैं।
anime क्या होता है | anime kya hota hai
एनिमे एक जापानी टर्म है। एनिमेशन को जापान में एनिमे बोलते हैं। यानी जो भी फिल्में या कार्टून सीरीज एनिमेशन के जरिए बच्चों के लिए परोसे जाएंगे उन्हें जापान और अमेरिका जैसे विकसित देशों में एनिमे कहा जाता है। ऐसे में जापानी जो भी एनिमेटेड फिल्में और कार्टून होते हैं सभी को अब दुनिया भर के लोग एनिमे ही बोलने लगे हैं।
आपको बता दें कि बच्चों के एनिमेटेड सामग्री सबसे अधिक जापान बनाता है। जितना भी बच्चों से रिलेटेड आप कार्टून सीरीज या एनिमे सीरीज देखते हैं सब जापान में तैयार होता है। वे एक से बढ़कर एक इस तरह की फिल्में, गेम्स और कार्टून सीरीज बना रहे हैं जो बच्चों के दिलों पर राज कर रहे हैं।
यूं तो दुनियाभर में एनिमेटेड सीरीज और फिल्में बच्चों के लिए बन रही हैं लेकिन एनिमे की दुनिया ही अलग है। इसके कैरेक्टर ऐसे बनाए गए हैं जो उसे दुनिया की अन्य एनिमेटेड फिल्मों और कार्टून से अलग कर देती हैं। इनके लीड कैरेक्टर हमेशा विलेन के रूप में होते हैं।
इनके चेहरे अगर आप देखें तो यह ज्यादा बड़े और भयावह दिखते हैं जो बच्चों को अधिक पसंद आ रहा है। इसके अलावा इनके बाल फैले हुए, आंखें बड़ी-बड़ी और चेहरे तीखे दिखाए जाते हैं. अब आप खुद सोचिए कि जापानी लोगों के आंख तो छोटे होते हैं तो फिर इसमें आंख बड़े क्यों दिखाए जा रहे हैं।
बस यही तो खेला है। दरअसल, जापान पूरी दुनिया के बच्चों को अपना दीवाना बनाकर अपने वश में करने के लिए इस तरह के गेम्स पर ज्यादा ध्यान दे रहा है। इस तरह के गेम्स के बच्चे आदी हो जाएं इसलिए इसके कैरेक्टर को दुनियाभर के बच्चों के दिमाग को स्टडी करके बनाया जा रहा है।
अब जापानी लोगों की आंखें जरूर छोटी हैं पर वे दूर तक देखते हैं। कहने का मतलब यह कि वे जानते हैं कि वे अपने कैरेक्टर को जितना ही तीखा बनाएंगे आज की पीढ़ी उसे उतना ही पसंद करेगी। ऐसे में वे एनिमे के हर कैरेक्टर को खतरनाक बनाने में लगे हुए हैं।
Anime meaning in Hindi | anime kya hota hai
एनिमे जापानी टर्म है। इसका हिंदी शब्दकोश खंगालेंगे तो आपको कोई शब्द नहीं मिलेगा। क्योंकि ऐसा कोई शब्द होता ही नहीं है। दरअसल, यह सिर्फ और सिर्फ एनिमेशन का शार्ट फॉर्म है जिसे सिर्फ और सिर्फ जापान में एनिमे बोला जाता है। चूंकि जापान का एनिमे कैरेक्टर आज दुनियाभर में मशहूर हो गया है इसलिए यह वर्ड अब हर जगह प्रचलित हो गया है।
अमेरिका के बच्चे तो एनिमे के इतने बड़े दिवाने हैं जितना खुद जापान नहीं है। अब सोचिए जापान कहां तक इसके जरिए दुनिया को साध रहा है। जिस अमेरिका ने जापान को तबाह कर दिया आज उसका हर बच्चा जापान के इस एनिमे का आदी हो चुका है।
अमेरिका हर बच्चा मोबाइल लेते ही सबसे पहले एनिमे सीरीज देखने जाता है। यानी एक तरह से कहें तो जापान ने अमेरिकी बच्चों को अपना गुलाम बनाकर उनसे जबरदस्त बदला ले लिया है। हालांकि इसे सीधे तौर पर नहीं कहा जा सकता लेकिन यह तो सच्चाई है ही कि एनिमे की दिवानी आजकल अमेरिका की बचपन पीढ़ी हो गई है।
एनिमे की शुरुआत कैसे हुई | anime kya hota hai
दरअसल, जापान में बहुत पहले करीब 60 के दशक में एक कॉमिक्स बहुत ही फेमस था। इस कॉमिक्स के ही कैरेक्टर आजकल एनिमे के रूप में दुनियाभऱ में छाए हुए हैं। कहते हैं कि 60 के दशक में जापान में इसी कॉमिक्स पर स्पीड रेसर नामक फिल्म बनी। यह फिल्म दुनियाभर में इतनी मशहूर हुई कि इसके हर कैरेक्टर के लोग दीवाने हो गए।
इसके बाद धीरे-धीरे इसका प्रयोग चलता रहा। फिल्में और सीरीज बनती रहीं। लेकिन असल धमाका हुआ 2001 में जब ‘स्पिरिटेड अवे’ नाम की एनिमे फ़िल्म ने ऑस्कर जीत लिया। इसके बाद तो अमेरिका सहित पूरी दुनिया एनिमे की दीवानी हो गई।
हर तरफ एनिमे फिल्में और कार्टून सीरीज तैयार होने लगे। बच्चे इसके प्रति दीवाने हो चले थे। हालांकि अभी मोबाइल का इतना चरम नहीं था लेकिन धीरे-धीरे जब मोबाइल क्रांति आई तो एनिमे ने घर-घर दस्तक दे दी। यूट्यूब और सोशल मीडिया के दौर ने इस क्रांति को और हवा दी और आज हर तरफ सिर्फ और सिर्फ एनिमे है।
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एनिमे और कार्टून में क्या अंतर है | anime kya hota hai
- कार्टून एक छोटे से विषय को लेकर कुछ कैरेक्टर्स को ध्यान में रखकर प्यार से लिखी हुई गुदगुदाती स्टोरी होती है। जबकि एनिमे खतरनाक एमिनेशन के जरिए तैयार एक ऐसी स्टोरी होती है जिसके हर कैरेक्टर्स खतरनाक होते हैं।
- कार्टून में सिंपल एनिमेशन का प्रयोग होता है जबिक एनिम में वीएफएक्स आदि का प्रयोग कर उसे खतरनाक बनाया जाता है।
- कार्टून वाली फिल्में लो बजट होती हैं जबकि एनिमे की फिल्मों का बजट कई बार हॉलीवुड की फिल्मों के बराबर तक होता है।
- कार्टून का हर कैरेक्टर सिंपल होता है जबकि एनिमे का हर कैरेक्टर अपने आप में बारूद होता है।
- कार्टून छोटे बच्चों को पसंद आती है लेकिन टीएनजर्स इसे पसंद नहीं करेंगे जबकि एनिमे को हर उम्र के लोगों द्वारा पसंद किया जाता है।
- कार्टून में चार या पांच कैरेक्टर होते हैं जबकि एनिमे में 20 कैरेक्टर तक हो सकते हैं।
- कार्टून सीरीज ज्यादा लंबी नहीं होती है जबकि एनिमे सीरीज 10 से अधिक एपिसोड वाले भी हो सकते हैं।
बेस्ट एनिमे शो कौन-कौन से हैं | anime kya hota hai
- डेथनोट
- वन पंच मैन
- अटैक ऑन टाइटन
- फुलमेटल एल्केमिस्ट: ब्रदरहुड
- कैसलवेनिया
- Neon Genesis Evangelion
- One Piece
- Monogatari Series