तीज का व्रत क्यों किया जाता है? तीज का क्या महत्व है? hariyali teej ke bare mein bataiye 2022, तीज के दिन क्या नहीं करना चाहिए?
hariyali teej ke bare mein bataiye 2022: 31 जुलाई को इस बार हरियाली तीज का त्योहार मनाया जाएगा। ऐसे में आपमें से कई लोग होंगे जो यह जानना चाहते होंगे कि आखिर हरियाली तीज क्या होता है? हरियाली तीज का मतलब क्या होता है? कुछ लोग गूगल पर यह भी सर्च करते हैं कि hariyali teej ke bare mein bataiye 2022. इस आर्टिकल में हम आपको हरियाली तीज के बारे में संपूर्ण जानकारी देने जा रहे हैं। हरियाली तीज क्यों मनाया जाता है? तीज का महत्व क्या है? तीज के दिन क्या करें क्या ना करें? तीज का व्रत क्यों और कैसे करें? ये सारी जानकारी इस आर्टिकल में आपको मिल जाएगी। तो चलिए शुरू करते हैं। इसे अंत तक पढ़िएगा और शेयर जरूर करिएगा।
दोस्तों, सावन के पवित्र महीने में पड़ने वाला तीज के त्योहार को हरियाली तीज के नाम से भी जानते हैं। हिंदुओं के लिए तीज के त्योहार का बहुत ही अधिक महत्व होता है। खासकर जिसकी शादी इसी साल हुई है, ऐसी नई दुल्हनों के लिए हरियाली तीज उनके सुहाग से जोड़कर देखा जाता है।
सुहागन औरतें हरियाली तीज पर ना सिर्फ व्रत रखती हैं बल्कि कई तरह के अनुष्ठान और उपाय भी करती हैं जिसके बारे में हम नीचे आपको बताएंगे। इसके अलावा तीज के गीत और तीज के महत्व के बारे में भी आपको बताएंगे। hariyali teej ke bare mein bataiye 2022, तीज की कथा क्या है, इस आर्टिकल में आपको यह भी जानकारी मिल जाएगी। तीज की शुरुआत कब हुई और किस लिए हुई इसकी जानकारी भी यहां मिलेगी।
यह प्रेम और उमंग का उत्सव है। सुहागिन औरतों के लिए इस दिन का महत्व सबसे अधिक है। यही वजह है कि आज भी लोग गूगल में सबसे अधिक सर्च इसी व्रत के बारे में करते हैं। तो चलिए आपको हरियाली तीज के बारे में फटाफट विस्तार से बता देते हैं। सबसे पहले जानते हैं कि hariyali teej ke bare mein bataiye 2022.
हरियाली तीज के बारे में बताएं हिंदी में । hariyali teej ke bare mein bataiye 2022
हरियाली तीज भगवान शिव और मां पार्वती के मिलन का त्योहार है। भगवान शिव ने इसी दिन माता पार्वती की तपस्या से खुश होकर विवाह के लिए हां किया था। तभी से इस दिन यानी सावन मास के शुक्लपक्ष की तृतीया तिथि को भगवान शिव और मां पार्वती की सुहागन महिलाएं विशेष पूजन करती हैं। इस दिन चारों तरफ हरियाली होती है इसलिए इसे हरियाली तीज भी कहते हैं।
इस दिन महिलाएं अपने पति के दीर्घायु की कामना करती हैं। वहीं लड़कियां अपने मनचाहे पति की कामना से इस दिन का व्रत करती हैं। कहा जाता है कि मां पार्वती ने भगवान शंकर को पाने के लिए कड़ी तपस्या की थी। इस तपस्या से भगवान शिव बेहद प्रसन्न हुए थे और उन्होंने विवाह के लिए हां करके मां पार्वती की मनचाही मुराद पूरी की थी। तबसे इस दिन को मां पार्वती और शिव को समर्पित माना जाता है।
हरियाली तीज का यह त्योहार एक तरह से प्रेम का भी प्रतीक है। यही वजह है कि अक्सर प्रेम में पड़ी लड़कियां इस दिन का व्रत और पूजन जरूर करती हैं। माना जाता है कि अगर प्रेम में पड़ी लड़कियां इस दिन व्रत करें तो उन्हें पति स्वरूप उनके प्रेमी जरूर मिल जाते हैं।
इसके अलाव कुंवारी लड़कियां जिस भी तरह के पति की चाहत रखती हैं अगर वे आज के दिन पूरे मन से मां पार्वती और भगवान शिव की अराधना और व्रत करें तो वैसा ही पति उन्हें मिलता है। शादीशुदा महिलाएं आज के दिन अपने पति के दीर्घायु होने की कामना करती हैं। जिसकी शादी की पहला वर्ष है, वे महिलाएं खासकर आज के दिन का पूजा करती हैं। hariyali teej ke bare mein bataiye 2022 के तहत अब जानें इसका व्रत कैसे करें।
तीज का व्रत क्यों किया जाता है । hariyali teej ke bare mein bataiye 2022
- पति के दीर्घायु होने की कामना के लिए तीज का व्रत करते हैं।
- सुहागन महिलाएं अपने पति के साथ हमेशा रहने के लिए इस व्रत को करती हैं।
- अपने पसंद के मुताबिक पति पाने के लिए इस व्रत को करते हैं।
- अपने प्रेमी को पति के रूप में पाने के लिए यह व्रत करते हैंं।
- दांपत्य जीवन में सुख शांति के लिए यह व्रत करते हैं।
- अपने घर को समृद्धि के रास्ते पर लाने के लिए यह व्रत करते हैं।
- जैसे हरियाली तीज पर चारों तरफ हरियाली होती है वैसे ही जीवन में भी हमेशा हरियाली रहे इस कामना से यह व्रत करते हैं।
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हरियाली तीज व्रत कथा हिंदी में । hariyali teej ke bare mein bataiye 2022
पौराणिक कथा के मुताबिक मां पार्वती ने भगवान शिव को प्राप्त करने के लिए 107 बार जन्म लिया था. यह कथा खुद पार्वती जी को भगवान शिव ने सुनाई थी। भगवान शिव ने उन्हें बताया था, सुनो पार्वती मैं तुम्हें वह कथा सुना रहा हूं कि कैसे तुमने मुझे प्राप्त किया।
पार्वती तुमने मुझे पाने के लिए 107 बार जन्म लिए। हर जन्म में तुमने मेरी कठोर तपस्या की। लेकिन किसी भी जन्म में तुम मुझे पति के रूप में नहीं पा सकीं। इसके बाद 108वां जन्म तुमने पर्वतराज हिमालय के घर में ली। यहां तुमने सबकुछ त्याग कर हिमालय की कंदरा में जाकर मुझे पाने के लिए कठोर तपस्या शुरू कर दी।
यह तपस्या इतनी घनघोर थी कि तुम्हारे पिता तुम पर क्रोधित हो गए इसके बावजूद तुमने मेरा ध्यान नहीं छोड़ा और तुमने तय कर लिया कि तुम मुझे पाकर ही रहोगी। भाद्रपद शुक्ल तृतीया का वह दिन था जब तुमने शिवलिंग बनाकर मेरी पहली बार अराधना की।
यही वह दिन था जिस दिन मैं तुम्हारी तपस्या से खुश हुआ और विवाह के लिए तुम्हारी मनोकामना को मैंने मान लिया। फिर तुम्हारे पिता को भी हार मानकर तुम्हारी शादी करानी पड़ी। इसी दिन तुम मुझे मिली यानी हम दोनों का मिलन हुआ। माना जाता है कि इसी वजह से इसे प्रेम का सबसे बड़ा प्रतीक दिन माना जाता है।
भगवान शिव ने ही यह आशीर्वाद दिया था कि इस दिन जो भी महिलाएं विधि विधान से भगवान शिव के शिवलिंग का पूजन करेंगी और साथ में मां पार्वती का पूजन अर्चन करेंगी उन्हें उनका मनचाहा पति मिलेगा। अगर सुहागन महिलाएं इस दिन का व्रत करेंगी तो उनके पति दीर्घायु होंगे। hariyali teej ke bare mein bataiye 2022 के तहत जानें कैसे मनाते हैं इसे।
तीज का त्योहार कैसे मनाया जाता है । hariyali teej ke bare mein bataiye 2022
- हरियाली तीज का त्योहार देश के ज्यादतर हिस्सों में महिलाएं निर्जला व्रत रखकर अपने पति की दीर्घायु कामना के लिए करती हैं।
- इस दिन सुहागन महिलाएं रेत के बालू से शिवलिंग बनाती हैं। मान्यता है कि मां पार्वती ने बालू से ही शिवलिंग बनाकर शिव की पूजा कर उन्हें प्राप्त किया था।
- शिवलिंग के साथ-साथ मां पार्वती की तस्वीर रखकर महिलाएं विधि विधान से पूजा करती हैं।
- सुबह से ही सुहागन महिलाएं व्रत रहती हैं।
- इससे एक दिन पहले रात में ही वे मेहंदी रचाती हैं।
- इस दिन खुद को सोलह श्रृंगार से सजा संवारकर भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करनी चाहिए.
- इस दिन महिलाएं तीज का गाना भी गाती हैं और मां गौरी और भगवान शिव को खुश करने की कोशिश करती हैं।
- इस दिन मां पार्वती और भगवान शिव की पूजा करने के बाद रात में दोनों के मिलन की पवित्र कथा को भी सुनने का प्रावधान है।
- कुछ लोग इस दिन भगवान शिव के मंत्रों का जाप भी करते हैं।
हरियाली तीज पूजा विधि । hariyali teej ke bare mein bataiye 2022
- रेत के बालू से भगवान शिव का शिवलिंग बनाएं।
- मां पार्वती की तस्वीर भी साथ रखें।
- एक तस्वीर ऐसी रखें जिसमें भगवान शिव का पूरा परिवार हो।
- अब खुद को सोलह श्रृंगार से तैयार करें। मेहंदी अवश्य रचाएं।
- अब आसपास की सभी महिलाओं के साथ मिलकर पूजा करें।
- मां पार्वती की पूजा के लिए श्रृंगार की सारी सामग्री रख लीजिए। इसमें साड़ी से लेकर सौंदर्य का सारा सामान हो।
- हरी साड़ी आज के दिन मां को चढ़ाते हैं। बाद में इसे किसी पंडित को दान करना है।
- अब महिलाओं के साथ बैठ जाएं।
- घर में या फिर किसी बगीचे में भी पूजा कर सकती हैं।
- अपनी मनोकामना मन में रखकर भगवान शिव और मां पार्वती की अराधना करें।
- अब गीत आकर दोनों को पूजा में आने का न्योता दें।
- अब शिवलिंग की पूरे मन से पूजा करें।
- मां पार्वती को श्रृंगार का सारा समान चढ़ाकर उन्हें श्रृंगारयुक्त कर उनकी पूजा करें।
- लगातार मां और भगवान शिव का नाम जपते रहें।
- भगवान शिव के लिए सफेद फूल और मां के लिए लाल फूल रखें।
- हरे रंग की साड़ी और चूड़ी पहनें।
- अब पूजा के बाद भगवान शिव और मां पार्वती की कथा सुनें। दूसरों को भी सुनाएं।
- अब फिर भजन गाएं।
- निर्जला व्रत आज पूरे दिन भर रखना है।
- पूजा के बाद पति का चरण स्पर्श करें और उनका आशीर्वाद लें।
- अब माता-पिता और घर के सभी बड़े सदस्यों का पैर छुकर आशीर्वाद लें।
हरियाली तीज पर क्या किया जाता है । hariyali teej ke bare mein bataiye 2022
- हरियाली तीज पर भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा की जाती है।
- भगवान शिव की बालू से बने शिवलिंग की पूजा होती है।
- मां पार्वती का सोलह श्रृंगार किया जाता है।
- महिलाएं खुद सोलह श्रृंगार करती हैं।
- महिलाएं मेहंदी रचाती हैं।
- सुहागन महिलाएं पति के दीर्घायु के लिए पूजा करती हैं।
- प्रेम में पड़ी लड़कियां प्रेमी को पति रूप में पाने के लिए पूजा करती हैं।
- कुंवारी लड़कियां मनचाहा पति पाने के लिए मां पार्वती और भगवान शिव की पूजा करती हैं।
- हरियाली तीज पर माता-पिता अपनी विवाहित बेटी के ससुराल में हरे रंग की साड़ी सहित सभी श्रृंगार सामग्री उपहार, आम का फल सहित कई सारे सामान भेजते हैं।
हरियाली तीज पर क्या करें और क्या ना करें । hariyali teej ke bare mein bataiye 2022
तीज पर क्या करें
- सुहागन महिलाएं निर्जला व्रत करें।
- भगवान शिव की रेत से शिवलिंग बनाएं।
- पूजा से पहले हरे रंग की साड़ी पहनें और सोलह श्रृंगार करें।
- अपनी सहेलियों, आसपास की औरतों के साथ मिलकर पूजन करें।
- मां पार्वती को भी हरे रंग की साड़ी सहित श्रृंगार का सारा सामान चढाएं।
- तीज का गाना जरूर गाएं।
- भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा पूरे मन से करें।
- पति के दीर्घायु होने की कामना लेकर पूजा करें।
- प्रेम में पड़ी लड़कियां प्रेमाी को पाने के लिए निर्जला व्रत कर सकती हैं।
- कुंवारी लड़कियां मनचाहा वर पाने के लिए निर्जला व्रत करें।
तीज पर क्या ना करें
- मुंह में कुछ न डालें।
- पानी भी नहीं पीना है। अगर सेहत सही नहीं है तो अलग बात है।
- क्रोध नहीं करना है।
- सास से लड़ाई नहीं करनी है।
- पति से आज किसी बात पर नहीं उलझना है।
- देवर या ससुराल के किसीा भी व्यक्ति से बुरा बर्ताव नहीं करना है।
- किसी को अपमानित नहीं करना है।
- हरे रंंग को छोड़कर कोई और रंग का कपड़ा नहीं पहनना है।
- अपने पति से कोई बात नहीं छिपानी है।
- मन में कोई निगेविट ख्याल नहीं लाना है।
तीज का क्या महत्व है । hariyali teej ke bare mein bataiye 2022
- पति को लंबी उम्र मिलती है।
- कुंवारी लड़कियों को मनचाहा पति मिलते हैं।
- प्रेम में पड़ी लड़कियों को उनके प्रेमी पति के रूप में मिलते हैं।
- सुहागन महिलाओं की जिंदगी में हरियाली आती है।
- महिलाओं के घर में सुख और शांति आती है।
- महिलाएं प्रसन्न होती हैं और उसके साथ पूरा परिवार खुश हहोता है।
- मानसिक शांति मिलती है।
- घर में आपस में सम्मान बढ़ता है।
- भगवान शिव और मां पार्वती दोनों का आशीर्वाद मिलता है।
- जिसकी शादी का पहला साल होता है , उन महिलाओं के लिए संतान के सुख के लिए भी एक कामना भगवान से करने का यह दिन होता है।
आज आप क्या सीखकर जा रहे हैं
दोस्तों, आज आपने जाना कि hariyali teej ke bare mein bataiye 2022. यानी हरियाली तीज क्या है, इसका क्या महत्व है। इसकी पूजा और व्रत कैसे करें सारी जानकारी देने की हमने कोशिश की है। अगर अब भी आपके मन में कोई सवाल है तो नीचे कमेंट में जरूर पूछें। आपके सहयोग से ही हमें आगे बढ़ना है। इसलिए प्लीज गूगल में हमारे वेबसाइट kyahotahai.com को सर्च करते रहें। यहां आते रहने के लिए लव यू रहेगा…।