आजकल देश में हिजाब और बुर्के को लेकर बहुत ही ज्यादा बहस चल रही है। कई जगह इसे लेकर आंदोलन हो रहे हैं। ऐसे में आपके लिए यह जानना जरूरी है कि आखिर हिजाब, बुर्का और नकाब क्या होता है।
दुनिया में बहुत सारी ऐसी जगह है जहां औरतों को सिर और बाल ढककर रखने के लिए कहा जाता है। खासकर इस्लाम में औरतों को पिता और पति के अलावा अन्य किसी के भी सामने इसे ढकने को लेकर सख्त नियम है।
ऐसे में इस्लाम को मानने वाली औरतें अन्य मर्दों के सामने जाने से पहले खुद को एक विशेष परिधान में ढक लेती हैं। इस परिधान को हिजाब कहा जाता है।
पाकिस्तान, ईरान, इराक सहित दुनिया के तमाम मुस्लिम देश और भारत में भी तमाम मुस्लिम महिलाएं हिजाब पहनती हैं। इस कपड़े में वे ऊपर से नीचे तक बिल्कुल ढकी रहती हैं। सिर्फ आंख के पास ही जगह खाली होती है, जहां से वे सबको देख सकती हैं।
कुछ जगह पर हिजाब को लेकर अलग-अलग लोगों के बीच सोच है। कुछ जगह इसे देखकर लोगों पर फब्तियां कसी जाती है। वहीं यूरोप के बहुत सारे देश तो इस पर सीधा बैन लगा चुके हैं। डेनमार्क के पीएम साफ बोल चुके हैं कि उनके देश में कोई भी महिला चेहरा ढककर पब्लिक प्लेस में नहीं घूम सकती है।
हिजाब
इसका इस्तेमाल कुरान में कपड़े के रूप में नहीं बल्कि पर्दे के रूप में किया गया है। ऐसा पर्दा जो औरतों और पुरुषों के बीच होता है। कुरान कहता है कि आदमी और औरत दोनों को ही शालीन कपड़ा पहनना चाहिए जब वो बाहर जाएं। हिजाब के तहत औरतों को ढीला और आरामदेह कपड़े पहनने का निर्देश है। साथ ही यह भी निर्देश है कि सिर ढका हुआ हो।
नकाब
अब अगर बात नकाब की हो तो इस्लाम के मुताबिक यह चेहरा छुपाने का कपड़ा है। इसमें सिर पूरी तरह से ढका होता है। इसें सिर्फ सिर और बाल को कपड़े से छिपाने का निर्देश है। हालांकि जहां इस्लामिक कट्टरपंथी शासन है, वहां महिलाओं को पूरा चेहरा ढकना है सिर्फ आंखें खुली रहे।
बुर्का
इस्लाम में बुर्का मतलब काला लबादा वाला पोशाक। नकाब का ही अपडेट वर्जन बुर्के को मान लीजिए। इसमें भी आंखें ढकी होती हैं या आंखों के पास एक जाली होती है या वहां कपड़ा हल्का कर देते हैं। कहा जाता है कि इसे इसलिए भी काला रखा जाता है ताकि यह और पुरुषों को उनकी तरफ आकर्षित ना होने दे।