November 14, 2024
al qaeda ayman al zawahiri biography in hindi

अल जवाहिरी कौन था, अल जवाहिरी कैसे मारा गया, al qaeda ayman al zawahiri biography in hindi

al qaeda ayman al zawahiri biography in hindi: अलकायदा का सरगना और खूंखार आतंकी अल जवाहिरी को अमेरिका ने एक ड्रोन हमले में अफगानिस्तान में मार गिराया है। इसके साथ ही अलकायदा नामके इस राक्षस का भी अंत माना जा रहा है। ओसामा बिन लादेन के बाद से ही जवाहिरी के पीछे अमेरिका पड़ा हुआ था। ओसामा के बाद जिस तरह से जवाहिरी ने इस आतंकी संगठन को लगातार मजबूत किया है। इस आर्टिकल में हम आपको इस खूंखार आतंकी के सारे कारनामे और संपूर्ण जीवन परिचय बताने जा रहे हैं।

दोस्तों, 9/11 को अमेरिका में हुए आतंकी हमले के बाद से ही अमेरिका ने यह प्रण किया था कि वह अलकायदा को खत्म कर देगा। अलकायदा का चीफ ओसामा बिन लादेन को मारने के बाद भी अमेरिका शांत नहीं बैठा। क्योंकि वह जानता था कि लादेन से भी ज्यादा खूंखार अल जवाहिरी है और जब तक वह जिंदा है वह कभी भी अमेरिका को फिर से निशाना बना सकता है।

ऐसे में अमेरिका लगातार जवाहिरी की तलाश करता रहा। और अब जैसे ही उसे खूफिया सूचना मिली की जवाहिरी अफगानिस्तान के एक छोटे से इलाके में छिपा है। तुरंत अमेरिका ने ड्रोन हमले कर उसे खत्म कर दिया। तो चलिए अब जानते हैं कि इसका जीवन परिचय।

अलकायदा सरगरना अल जवाहिरी का जीवन परिचय हिंदी में al qaeda ayman al zawahiri biography in hindi

नामअल जवाहिरी
पूरा नामअयमान अल जवाहिरी
मृत्यु1 अगस्त 2022
जन्म19 जून 1957
जन्म स्थानमिस्र
पेशाआतंकी
संगठनअलकायदा
आतंकी संगठन से जुड़ने से पहले पेशामशहूर सर्जन डॉक्टर
खुद जिस संगठन को बनायाइजिप्टियन इस्लामिक जिहाद
भाषाएं जो बोलता हैअंग्रेजी, फ्रेंच, अरबी
पत्नी का नामअजा नोवारी
किसने मार गिरायाअमेरिका ने
al qaeda ayman al zawahiri biography in hindi

अलकायदा सरगना अल जवाहिरी क्यों चर्चा में

अलकायदा में ओसामा बिन लादेन के बाद सबसे खूंखार माना जाने वाला आतंकी अल जवाहिरी भी अब मार डाला गया है। अमेरिका ने उसे एक हमले में मार गिराया है। इसके साथ ही अलकायदा के आतंक का भी खात्मा माना जा रहा है। हालांकि इस आतंकी संगठन के पास अभी भी कई खूंखार आतंकी बचे हैं।

खुद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक प्रेस वार्ता में यह ऐलान किय है कि अमेरिका ने अफगानिस्तान में अल जवाहिरी को मार गिराया है। कहा जा रहा है कि अमेरिका की सीआईए ने अफगानिस्तान के काबुल में एक ठिकाने पर ड्रोन हमला कर जवाहिरी को मार गिराया।

अमेरिका ने जवाहिरी की मौत पर 25 मिलियन डॉलर यानी करीब 2 अरब रुपये का इनाम रखा था। अब आप सोच सकते हैं कि अमेरिका के लिए जवाहिरी को मौत के घाट उतारना कितना अहम था। अमेरिका ने अब बदला ले लिया है और जवाहिरी को हमेशा के लिए मौत के आगोश में सुला दिया है।

अल जवाहिरी का बचपन और प्रारंभिक जीवन

अल जवाहिरी का जन्म 1957 में मिस्र के सबसे अमीर परिवार में हुआ था। घर में सारी सुख सुविधा होने के साथ ही पढ़ने में भी जवाहिरी काफी अव्वल था। बचपन में ही उसे सबसे बेहतर स्कूल में घर वालों ने दाखिला कराया। वहां लगातार वह टॉप करने लगा। लेकिन इसी बीच उसके व्यवहार में एक बदलाव आने लगा।

सिर्फ 14 साल की उम्र में ही वह कट्टर होता चला गया। उसे अब सिर्फ और सिर्फ कट्टरता पसंद थी। इसी उम्र में ही वह मुस्लिम ब्रदरहुड का सदस्य बन गया और फिर तो उसकी कट्टरता बढ़ती ही चली गई। पढ़ाई में वह तेज था लगातार अच्छा करता था लेकिन कट्टरता उसे खराब इंसान बना रही थी।

इस खूंखार तरीके से की थी अपनी शादी

1978 में उसने काहिरा विश्वविद्यालय की सबसे खूबसूरत छात्रा जो दर्शनशास्त्र की टॉपर स्टूडेंट थी उससे शादी की। यही नहीं शादी में अगर कोई हंस भी देता तो उसे जान से मार दिया जाता, इतना खूंखार निर्णय उसने सुनाया था। यहां तक कि फोटोग्राफर भी उसके कहने पर ही कहीं हिल सकते थे।

ये इतना कट्टर था कि अपनी शादी में आने वाले महिलाओं और पुरुषों को अलग-अलग लाइन में खड़ा कराया। उसने साफ ऐलान कर दिया था कि अगर कोई भी पुरुष किसी स्त्री के पास दिखाई दिया तो फिर खैर नहीं होगीष। कहा जाता है कि इसकी शादी में आने वाले मेहमान बेचारे कैसे भी बस यही सोच रहे थे कि जल्द शादी खत्म हो और वे घर जाएं। उन्हें वहां बिल्कुल मजा नहीं आया।

अल जवाहिरी की उच्च शिक्षा और आतंकी संगठन से जुड़ाव

  • मिश्र में सेक्युलर शासन का विरोध करने के लिए सबसे पहले अल जवाहिरी ने अपना एक आतंकी संगठन बनाया था। 1970 के दशक में उसने अपने इस संगठन का नाम इजिप्टियन इस्लामिक जिहाद रखा था। हालांकि बाद के दिनों में ओसामा से मिलने के बाद उसने इस संगठन को अलकायदा के साथ मर्ज कर दिया।
  • १९८१ में मिस्र के राष्ट्रपति की हत्या के जुर्म में उसे जेल की सजा हुई। ३ साल जेल में रहकर बेल पर छूटा और यह सऊदी अरब भाग गया।
  • यहां उसने मेडिकल की पढ़ाई शुरू की और सर्जन बन गया।
  • इसी बीच उसकी मुलाकात यहीं पर अलकायदा चीफ ओसामा बिन लादेन से हुई।
  • यहां से दोनों पाकिस्तान के पेशावर में जाकर बस गए और वहीं से अलकायदा को रन करने लगे।
  • २००१ में अपने आतंकी संगठन को अलकायदा में मिलाककर वह इस आतंकी संगठन में नंबर 2बन गया।
  • इसके बाद अमेरिका में ९/११ का आतंकी हमला कराने में सबसे बड़ा हाथ इसी का था।
  • अमेरिका ने इसक बदला लेते हुए ओसामा बिन लादेन को मार गिराया।
  • इसके बाद अल जवाहिरी अलकायदा का चीफ बन गया।

भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाना चाहता था जवाहिरी

अल जवाहिरी की नजर अब भारत पर थी। वह भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाना चाहता था। कहते हैं कि इसके लिए वह एक मास्टर प्लान पर भी काम कर रहा था। कई बार भारत में हुए आतंकी संगठनों के तार जो अलकायदा से जुड़े वे अल जवाहिरी के ही मास्टर प्लान का हिस्सा था।

2014 में ही अल जवाहिरी ने एक वीडियो जारी किया था जिसमें उसने अपने खूंखार इरादे बताते हुए कहा था कि वह उन सारे लोगों को खत्म कर देगा जो भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनने से रोकेंगे। कहा जाता है कि वह लगातार इसी प्लान में जुटा हुआ था कि कैसे भारत को बर्बाद किया जाए।

तालिबान के साथ मिलकर अमेरिका को फिर करना चाहता था बर्बाद

अल जवाहिरी के इरादे बेहद ही खतरनाक थे। वह अपने गुरु ओसामा बिन लादेन का बदला एक बार फिर अमेरिका से लेना चाहता था। कहते हैं कि वह अमेरिका को तहस नहस करने के मास्टर प्लान पर भी काम कर रहा था। अगर वह अभी मरा नहीं होता तो आने वाले समय में वह तालिबान के साथ मिलकर अमेरिका को तबाही मचाने का काम करता।

अमेरिका के सीआईए को यह पता लग गया था कि जवाहिरी अब विनाश लीला करने वाला है। वह अब और खूंखार बनेगा और अमेरिका के लिए तबाही का रास्ता खोल सकता है। ऐसे में अमेरिका पूरी तरह से उसके पीछे पड़ गया। अमेरिका ने साफ ऐलान कर दिया कि जो भी उसे मारेगा उसे दो अरब रुपये तक मिलेंगे। हालांकि अब तो खुद अ्मेरिकी सेना ने ही उसे मार गिराया है।

लेकिन तालिबान के साथ मिलकर अल जवाहिरी दुनियाभर में राज करना चाहता था। उसके इरादे थे कि वह लादेन की तरह ही दुनियाभर में मशहूर हो जाए और आतंक का पर्याय बन जाए।

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