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Holi: होलिका और प्रहलाद की कहानी, कितनी है सच्चाई?

होली से ठीक एक दिन पहले होलिका (holika story) जलाने की प्रथा है। इसके पीछे एक पौराणिक कथा (holika and prahlad story) भी है। इस कहानी के बारे में अक्सर लोग बात करते हैं। कई लोग पूछते भी हैं कि इस कहानी में क्या सच्चाई है। क्या वास्तव में ऐसा हुआ था। क्या होलिका इतनी बुरी थी। क्या प्रहलाद (prahlad story) अपनी ही बुआ को आग से बचा नहीं पाए जबकि वह तो विष्णु के भक्त थे। तो चलिए आज इसका जवाब देते हैं।

Who was Holika। होलिका कौन थी?


ज्यादातर लोग होलिका को प्रहलाद की बुआ के रूप में ही जानते हैं। लेकिन holika की कई और भी पहचान हैं। सबसे पहले तो वह असुर हिरण्याक्ष और हिरण्यकश्यप की बहन थी। इसके अलावा कहा जाता है कि वह महर्षि कश्यप की कन्या थी। होलिका दिति की पुत्री थीं।



होलिका को किसका वरदान था? Holika Vardaan


होलिका को यह वरदान मिला था कि वह आग में कभी नहीं जलेगी। होलिका को यह वरदान खुद सृष्टि के रचियता भगवान ब्रह्मा ने दिया था। Holika ने घनघोर तपस्या करके भगवान ब्रह्मा से यह वरदान हासिल किया था।

प्रहलाद कौन था? story of prahlad and hiranyakashipu


प्रहलाद दैत्य असुर हिरण्यकश्यप के बेटे थे। वह भगवान विष्णु के अनन्य भक्त थे। वह हर समय भगवान की अराधना करते थे। इस बात को हिरण्यकश्यप कभी भी पसंद नहीं करता था। उसने हर बार प्रहलाद को भगवान की भक्ति करने से मना किया लेकिन उन्होंने अपने पिता की बात नहीं मानी बल्कि उन्हें समझाने की कोशिश की।

होलिका को क्यों जलाया जाता है? short story of holika dahan


हिरण्यकश्यप भगवान विष्णु को अपना दुश्मन मानता था। उनसे बदला लेने के लिए उसने अपनी बहन होलिका का सहारा लिया। इसके बाद उसने अपने बेटे प्रहलाद को होलिका की गोद में बैठाकर आग की चिता में बैठा दिया। चूंकि उसे लगा कि होलिका को तो नहीं जलने का आशीर्वाद है इसलिए प्रहलाद जल जाएगा। लेकिन हुआ उल्टा। होलिका जल गई और प्रहलाद बच गए। इसके बाद से ही हमेशा होलिका को जलाया जाता है।

Why do you burn Holika? होलिका को क्यों जलाते हैं?


होलिका को जलाने के पीछे एक मकसद यह भी है कि हम बुराई पर अच्छाई की जीत को समाज के सामने दिखाना चाहते हैं। होलिका के जरिए उसके भाई hiranyakashipu ने भगवान के भक्त को मारने की कोशिश की लेकिन भक्त नहीं मरा। ऐसे में समाज को यह बताया जाता है कि अगर आप अच्छाई की राह पर हैं तो अंत में जीत आपकी ही होगी।

hiranyakashipu कौन था? who was hiranyakashipu


असुर दैत्य hiranyakashipu अपने समय का सबसे बड़ा अत्याचारी था। वह लोगों को सताता था। खासकर विष्णु भक्तों को। वह कश्यप ऋषि (kashyapa) का पुत्र था। उसकी पत्नी का नाम Kayadhu था। Hiranyaksha भाई और Holika बहन थी।

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होली हमें क्या सिखाती है? what we learn from holi


होली हमें सीख देती है कि हमें हमेशा ही सच का साथ देना चाहिए चाहें कितनी भी मुसीबत आ जाए। क्योंकि अंत में जीत अच्छाई की होती है। प्रहलाद जानते थे कि आग में बैठने पर वे जल सकते हैं लेकिन उन्होंने सच यानी भगवान की भक्ति को नहींं छोड़ा।

is holika and prahlad story true? क्या होलिका और प्रहलाद की कहानी सच है?

इस बारे में कोई भी सीधे तौर पर पुष्टि नहीं कर सकता। पर, जब बात समाज को संदेश देना का है तो आप मान सकते हैं कि यह संदेश बिल्कुल सही है कि हमेशा ही अच्छाई की ही जीत होती है। और हमारी पुरानी कहानियां हमेशा ही प्रेरित करने के लिए ही होती हैं।

was holika good or evil? क्या होलिका बुरी थी?


होलिका को सीधे तौर पर आप बुरा नहीं ठहरा सकते। ऐसा इसलिए क्योंकि कहा जाता है कि वह प्रहलाद को लेकर चिता में नहीं बैठना चाहती थी। पर, उसके भाई ने ऐसा करने के लिए विवश किया था। कहा जाता है कि चिता में बैठने के बाद भी होलिका ने प्रहलाद के जीवन की रक्षा की ही भगवान से इच्छा अपने मन में की थी।

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