Category: धार्मिक

चन्द्रायण व्रत

यदि कोई चन्द्रायण का व्रत करना चाहे तो शरद पूर्णिमा से शुरू कर अगली पूर्णिमा तक रखना चाहिये। रोज नहा-धोकर तुलसी की पूजा करनी चाहिए। पूजा-गृह में हर समय दीपक…

कार्तिक स्नान (कार्तिक पूर्णिमा)

धर्म-कर्म की साधना के लिए सदैव स्नान करने की आवश्यकता है। आरोग्य प्राप्ति तथा उसकी रक्षा के लिए भी प्रतिदिन स्नान करना लाभप्रद है। फिर भी माघ, वैशाख तथा कार्तिक…

कार्तिक पूर्णिमा

इस दिन महादेव जी ने त्रिपुरासुर नामक राक्षस का संहार किया था। इसीलिए “त्रिपुरी पूर्णिमा” भी कहते इस दिन यदि कृतिका नक्षत्र हो तो ‘महाकार्तिकी होती है, भरणी होने से…

गुरु नानक जयन्ती (कार्तिक पूर्णिमा)

सिख संप्रदाय के प्रवर्तक गुरु नानक देव जी का जन्म सम्वत् १५२६ की कार्तिक पूर्णिमा को हुआ था। नानक सिख धर्म के आदि प्रवर्तक थे। इन्होंने अपने विचार बोलचाल की…

देवोत्थानी एकादशी (कार्तिक शुक्ल एकादशी)

कार्तिक शुक्ला एकादशी को प्रबोधिनी एकादशी भी कहते हैं। अवध के ग्रामीण क्षेत्र में देवोत्थानी एकादशी का विकृत रूप डिठवन अधिक प्रचलित कहा जाता है इस दिन भगवान विष्णु जो…

भीष्म पंचक (कार्तिक शुक्ल एकादशी)

इस व्रत कार्तिक शुक्ला एकादशी से आरम्भ होकर पूर्णिमा को समाप्त होता है। इसीलिए इसे ‘भीषम-पंचक’ कहते हैं। इस दिन स्नानादि से शुद्ध होकर पापों के नाश और धर्म, अर्थ,…

गोपाष्टमी (कार्तिक शुक्ल अष्टमी)

इस दिन प्रातःकाल गौओं को स्नान कराकर जल, रोली, मौली, अक्षत, गुड़, फूल, जलेबी, दाल, घास, धूप-दीपादि से विधिवत् पूजन किया जाता है। इस दिन गो-वत्स वस्त्र और तथा गोपालों…